मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सुक्खू को सीएम बनाने के साथ कांग्रेस की भाई-भतीजावाद के आरोप को कम करने की कोशिश

सुक्खू को सीएम बनाने के साथ कांग्रेस की भाई-भतीजावाद के आरोप को कम करने की कोशिश

सुक्खू को सीएम बनाने के साथ कांग्रेस की भाई-भतीजावाद के आरोप को कम करने की कोशिश

IANS
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>सुक्खू को सीएम बनाने के साथ कांग्रेस की भाई-भतीजावाद के आरोप को कम करने की कोशिश</p></div>
i

सुक्खू को सीएम बनाने के साथ कांग्रेस की भाई-भतीजावाद के आरोप को कम करने की कोशिश

ians 

advertisement

सुखविंदर सिंह सुक्खू के हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह के परिवार की छाया से बाहर निकलने की कोशिश की है, जो दशकों से राज्य की राजनीति में पार्टी के लिए सबसे आगे थे।

सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द किए गए सभी वादों को पूरा करने की कोशिश करेगी।

सुक्खू की पदोन्नति को पार्टी द्वारा भाई-भतीजावाद को कम करने और परिवारों को बढ़ावा देने के आरोपों पर लगाम लगाने के रूप में देखा जा रहा है। हिमाचल के नवनियुक्त मुख्यमंत्री जमीन से उठे हुए नेता हैं यानी बहुत विनम्र शुरूआत करते हुए रैंकों के जरिए यहां तक पहुंचे हैं। इसलिए पार्टी ने शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाली और स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की जगह पर सुक्खू को चुना है।

कोई राजनीतिक वंशवाद नहीं, लेकिन व्यापक संगठनात्मक अनुभव के साथ, चार बार के कांग्रेस विधायक 58 वर्षीय सुखविंदर सिंह सुक्खू का अपने पूरे राजनीतिक जीवन में पार्टी के सबसे बड़े नेता रहे वीरभद्र सिंह के साथ 36 का आंकड़ा रहा।

सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा चार बार के विधायक 60 वर्षीय मुकेश अग्निहोत्री ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सुक्खू और अग्निहोत्री दोनों ने हिंदी में शपथ ली।

आनंद शर्मा ने अपने ट्वीट में विनम्र शुरूआत का जिक्र करते हुए कहा, हिमाचल प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री बनने पर सुखविंदर सुक्खू को बधाई। कांग्रेस पार्टी के लिए उनकी जीवन भर की प्रतिबद्धता और योगदान को स्वीकार करने के लिए वह काफी सम्मान के हकदार थे।

शर्मा ने कहा कि वह आभारी हैं कि पार्टी नेतृत्व ने एक लोकतांत्रिक फैसला लिया और रैंक से ऊपर उठे सुखविंदर सिंह सुक्खू को चुना।

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT