Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019IND vs PAK के बीच पहले T20 मुकाबले की कहानी- अजीब नियम से जीता था भारत

IND vs PAK के बीच पहले T20 मुकाबले की कहानी- अजीब नियम से जीता था भारत

उस मैच में भारत और पाकिस्तान का स्कोर बराबर रहा था, फिर बॉलआउट से रिजल्ट निकला था

IANS
न्यूज
Updated:
<div class="paragraphs"><p>IND vs PAK के बीच पहले T20 मुकाबले की कहानी- अजीब नियम से जीता था भारत</p></div>
i

IND vs PAK के बीच पहले T20 मुकाबले की कहानी- अजीब नियम से जीता था भारत

फोटो- ians

advertisement

मिस्बाह-उल-हक को अपने शेष जीवन में उस रन आउट का गहरा अफसोस रहा होगा जबकि एस श्रीसंत इसे अपने पेशेवर करियर में किसी अन्य उपलब्धि की तरह संजोएंगे।

भारत 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप के उद्घाटन सीजन के ग्रुप डी मैच में 14 सितंबर को डरबन में पाकिस्तान से खेल रहा था।

बल्लेबाजी के लिए उतरे, भारत ने रॉबिन उथप्पा के शानदार अर्धशतक और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 33 रनों के साथ अपने 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाए, जिसमें मोहम्मद आसिफ ने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ चार विकेट झटके।

मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने मैच को अपने हाथों ले लिया था, मिस्बाह क्रीज पर थे, लेकिन वह मैच की आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। टूर्नामेंट के नियमों के कारण अंक साझा करने की अनुमति नहीं थी और मैच का फैसला बाउल-आउट से हुआ।

तब तक, 33 साल के मिस्बाह ने सिर्फ 35 गेंदों में शानदार 53 रन बनाए थे और शाहिद अफरीदी के आउट होने के बाद पाकिस्तान को 15 गेंदों में 39 रनों की जरूरत थी। मिस्बाह निराशाजनक स्थिति के बावजूद चेज को आखिरी दो गेंदों में 1 रन तक ले आये।

श्रीसंत ने राउंड द विकेट आने का फैसला किया और एक डॉट बॉल दी। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने फिर एक शार्ट गेंद फेंकी, जिसे मिस्बाह केवल मिड-आफ में ही डिफ्लेक्ट कर सके, जिससे उन्हें सिंगल पूरा करने का कोई मौका नहीं मिला।

भारत के वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने बाउल आउट में विकेट पर निशाना साधा , जबकि यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद आफरीदी सभी विकेट से चूक गए। खचाखच भरे स्टेडियम में भारत की असंभव जीत का जश्न मनाया गया।

इससे पहले रन चेज में मैच में जबरदस्त उतार चढ़ाव देखने को मिला। भले ही पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए, लेकिन मिस्बाह ने लक्ष्य का पीछा करना जारी रखा।

आखिरी छह गेंदों पर समीकरण 12 रन पर आ गया और श्रीसंत को आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पाकिस्तान ने पहली पांच गेंदों में 11 रन बनाए और आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन की जरूरत थी। इसके बाद मिस्बाह ने सिंगल का प्रयास किया, लेकिन युवराज सिंह के थ्रो ने उन्हें रन आउट कर दिया।

मैच को याद करते हुए रॉबिन उथप्पा ने हाल ही में धोनी के नेतृत्व कौशल की तारीफ की थी।

उथप्पा ने कहा, मुझे याद है कि जब हमने उस मैच को टाई किया था, तब हम ड्रेसिंग रूम में गए और पता चला कि यह एक बाउल आउट है, मैं सीधे धोनी के पास गया और मैंने कहा- भाई, मुझे गेंदबाजी करनी है, तो धोनी ने बोल दिया ठीक है, आप गेंदबाजी करिए।

उन्होंने आगे बताया, और मेरे लिए जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे समझ में आता है कि वह किस तरह के लीडर थे। वह उस तरह के आदमी हैं जब आप वास्तव में अपने कौशल और अपनी क्षमता के बारे में सुनिश्चित होते हैं, तो वह इसका समर्थन करते हैं और उन्होंने कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में इसका समर्थन किया।

ग्रुप मैच की जीत के बाद टीम को जो प्रोत्साहन मिला, उससे भारत को 24 सितंबर को जोहान्सबर्ग में शोएब मलिक की टीम के खिलाफ फाइनल जीतने में मदद मिली।

--आईएएनएस

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 22 Oct 2022,07:12 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT