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बीएचयू एक बार फिर उबल रहा है. यूनिवर्सिटी में भारी तनाव है. गुस्साए छात्रों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. कुछ के शीशे तोड़ डाले हैं और एटीएम में तोड़फोड़ की है. सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. पुलिस ने छात्रों की ओर से बंद गेट को तो खुलवा लिया है लेकिन भारी विरोध को देखते हुए वह अंदर दाखिल नहीं हो सकी है.
बीएचयू के आईआईटी में कार्यक्रम के दैरान हंगामा करने के मामले में वांछित समाजवादी युवजन सभा के छात्र नेता आशुतोष सिंह को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही आशुतोष के समर्थन में कुछ छात्रों ने बीएचयू में हंगामा शुरू कर दिया और छात्र नेता को छोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे. काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद भी जब पुलिस ने छात्र नेता को नहीं छोड़ा तो, छात्र हिंसक हो गए.
छात्रों ने बीएचयू के मेनगेट को बंद कर दिया और अंदर तोड़फोड़ शुरू कर दी. छात्रों का गुस्सा यहीं नहीं थमा, उन्होंने बीएचयू अस्पताल में अंदर घुस कर भी जमकर हंगामा किया. अस्पताल में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ और पथराव किया. इसी दौरान गुजर रही एक स्कूल बस में भी आग लगा दी. गेट बंद होने के कारण मदद के लिए बुलाई गई पुलिस परिसर के बाहर ही रह गई. फिलहाल हालात पर काबू पाने के लिए पीएसी की तैनाती की जा रही है.
अभी भी भारी संख्या में छात्र बीएचयू में डटे हैं, पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वो छात्र नेता के रिहाई की मांग कर रहे हैं. चार महीने पहले 21 सितंबर को बीएचयू में छात्राओं के साथ छेड़खानी को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदशर्न शुरू किया था. उस दौरान बीएचयू की थोड़ी सी लापरवाही के कारण मामला काफी बढ़ गया था, जिसमें बीएचयू के वीसी जीसी त्रिपाठी को फोर्स लीव पर भेज दिया गया.
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