Home News India प्लेटो स्टेशन पर पारा -119 डिग्री, ये हैं धरती की 10 सबसे ठंडी जगह
प्लेटो स्टेशन पर पारा -119 डिग्री, ये हैं धरती की 10 सबसे ठंडी जगह
साइबेरिया से अलास्का तक, यहां की ठंड देख दिल्ली की सर्दी गर्मी लगने लगेगी
priya Sharma
भारत
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नॉर्थ आइस, ग्रीनलैंड
(फोटोः ट्विटर)
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भारत में दिसंबर और जनवरी के महीने में कड़ाके की ठंड पड़ती है. यहां का तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर जाए तो लोग कांपना शुरू कर देते हैं. जबकि धरती पर कई ऐसी जगह हैं जहां इससे कई गुना ज्यादा ठंड पड़ती है. नदी और झील का पानी सालों तक बर्फ बना रहता है और दूर-दूर तक सिर्फ ग्लेशियर ही दिखाई देते हैं. यहां के लोग पानी पीने के लिए भी बर्फ पिघलाते हैं. इसके बावजूद लोगों ने ऐसे परिवेश में ढलना और जीना सीख लिया है. तो आइए आज जानते हैं, विश्व की सबसे ठंडी जगहों के बारे में, जहां का तापमान -50 से -119 डिग्री तक पहुंच जाता है.
प्लेटो स्टेशन, अंटार्कटिका: इस जगह का न्यूनतम तापमान -119 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है जो अपने आप में हैरत में डालने वाला है. इसके बावजूद यहां वैज्ञानिक रहते हैं. यहां सबसे ज्यादा जुलाई महीने में ठंड पड़ती है.
(फोटोः ट्विटर)
ईस्टर्न अंटार्कटिका पठार (अंटार्कटिका): ईस्टर्न अंटार्कटिका पठार को दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में से एक कहा जाता है. साल 2010 में डोम आर्गस और डोम फूजी नाम की जगहों पर सैटेलाइट डेटा जुटाया गया था. ये पूरा एरिया आकार में ऑस्ट्रेलिया के बराबर है. साल 2010 में यहां का तापमान -94.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
(फोटोः ट्विटर)
वोस्टोक स्टेशन (अंटार्कटिका): वोस्तोक स्टेशन पृथ्वी की सबसे ठंडी जगह है. ये एक रिसर्च स्टेशन है. इसकी स्थापना सोवियत संघ ने साल 1957 में की थी. यहीं पर पृथ्वी पर अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान -89.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वोस्टोक में सबसे ठंडा महीना अगस्त है और साल में यहां करीब 20 मिलीमीटर वर्षा होती है जो बर्फ के चादर के रूप में गिरती है.
(फोटोः ट्विटर)
नॉर्थ आइस (ग्रीनलैंड): ये जगह ब्रिटिश सरकार का वैज्ञानिक केंद्र है जिसे ब्रिटिश नार्थ ग्रीनलैंड एक्सपीडिशन के नाम से भी जाना जाता है. ये जगह समुद्र तल से 2,341 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां का न्यूनतम तापमान -86.8 डिग्री तक रिकॉर्ड किया जा चुका है.
(फोटोः ट्विटर)
डेनाली, अलास्का (अमेरिका): डेनाली जिसे माउंट मैकिनली के नाम से भी जाना जाता है. ये संयुक्त राज्य अमेरिका और उत्तरी अमेरिका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है. इसकी ऊचाई समुद्र तल से करीब 6190 मीटर है और इस जगह का औसत तापमान -10 डिग्री सेल्सियस रहता है. साल 2003 में यहां का तापमान -83 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. वहीं इसकी चोटी पूरे साल बर्फ और ग्लेशियर से ढकी रहती है.
(फोटोः ट्विटर)
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स्नैग, कनाडा: स्नैग कनाडा का एक गांव है. साल 1947 तक यहां सिर्फ 10 लोगों का घर हुआ करता था. वहीं इस गांव को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान इमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रिप के रूप में इस्तेमाल किया गया था जो बाद में एक वेदर स्टेशन बन गया. जनवरी के महीने में यहां का न्यूनतम तापमान –81 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.
(फोटोः ट्विटर)
फोर्ट सेलकर्क, युकोनः युकोन नदी के पास स्थित इस जगह पर इतनी ठण्ड पड़ती है कि साल 1950 में लोग इस जगह को छोड़ दिया था. लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहां पर आबादी बसने लगी है. जनवरी के महीने में यहां का तापमान -75 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.
(फोटोः ट्विटर)
रोजर्स पास, मोन्टाना, USA: रोजर्स पास समुद्र तल से 5,610 फीट ऊपर स्थित है जो विश्व के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है. यहां खून जमा देने वाली सर्दी पड़ती है. यहां का न्यूनतम तापमान -75 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है.
(फोटोः ट्विटर)
यकुत्स्क, साइबेरियाः यकुत्स्क का नाम दुनिया के सबसे ठंडे शहरों में गिना जाता है जो रशिया में है. हालांकि इस जगह पर थोड़े समय के लिए गर्मी भी पड़ती है. साल 2011 में यहां का तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. वहीं सर्दी के दिनों में यहां का तापमान -64.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है. यहां स्थित लेना नदी का पानी इतना जम जाता है कि लोग इसे सड़क के रूप में इस्तेमाल करने लगते हैं.
(फोटोः ट्विटर)
प्रोस्पेक्ट क्रीक, अलास्काः ये संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की सबसे ठंडी जगह है. 1970 के दशक में ट्रांस-अलास्का पाइपलाइन सिस्टम का निर्माण वर्कर्स के लिए एक बस्ती के रूप में किया गया था. लेकिन आज ये गांव वीरान पड़ा है. समुद्र तल से 643 फीट पर स्थित प्रॉस्पेक्ट क्रीक का तापमान 23 जनवरी, 1971को - 62 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. हालांकि इसके बावजूद भालू और ब्लड ईगल यहां पाए जाते हैं.