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5 अगस्त 2019 को कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के बाद केंद्र सरकार ने वहां में कई नेताओं को नजरबंद कर दिया था. लेकिन अब धीरे-धीरे सरकार उनको रिहा कर रही है. अब 5 फरवरी को पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन और पीडीपी नेता वाहीद पारा को रिहा किया गया है.
वाहीद जम्मू-कश्मीर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीबी सहयोगी हैं. अधिकारियों ने बताया कि लोन और पारा की रिहाई के बाद अब कुल 13 नेता ऐहतियातन हिरासत में है. जिनको एमएलए छात्रावास में बंद रखा गया है. छात्रावास को फिलहाल अस्थाई उपकारागार के रुप में बदल दिया गया है.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 4 फरवरी को दो नेताओं को रिहा किया था. जो दक्षिण कश्मीर के वाची से पीडीपी के पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर और व्यापारियों के नेता शकील अहमद कलंदर है. बता दें कलंदर ‘फेडरेशन चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज कश्मीर’ के अध्यक्ष रह चुके हैं.
केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को खत्म कर दिया था, और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों ‘जम्मू-कश्मीर और लद्दाख’ में बांट दी थी. जिसके बाद वहां के तमाम नेताओं, कार्यकर्ताओं और व्यापारी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था.
बता दें, कई नेताओं की रिहाई के बाद भी, अभी नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला तथा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती हिरासत में ही हैं.
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