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उत्तर प्रदेश की पूर्व समाजवादी सरकार में गोसेवा आयोग ने सरकारी फंड की 86 फीसदी रकम सिर्फ अपर्णा यादव की संस्था को दे दी. ये जानकारी एक आरटीआई के जरिए सामने आई है. अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर की ओर से ये खुलासा किया गया है. साल 2012 से 2015 तक अपर्णा की संस्था को गोसेवा आयोग की ओर से 8.35 करोड़ रुपए का फंड दिया गया जबकि इस दौरान आयोग ने 9.66 करोड़ रुपए का फंड संस्थाओं के लिए आवंटित किया था.
एसपी कार्यकाल के दौरान अपर्णा के गौशाला के लिए दी गई जमीन की लीज को भी 3 साल से बढ़ाकर 5 साल कर दिया गया.
गोसेवा आयोग पशु और कृषि विभाग के तहत काम करता है जो कि गौ शालाओं और गायों के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्थाओं को सरकारी मदद मुहैया कराता है.
आयोग की ओर से नूतन की आरटीआई के जवाब में कहा गया कि जीव आश्रय संस्था को साल 2012-13 में 49.89 लाख, साल 2013-14 में 1.25 करोड़ और साल 2014-15 में 1.41 करोड़ रुपए आवंटित किए गए.
अपर्णा यादव की संस्था को सपा सरकार का कार्यकाल खत्म होने से ठीक पहले बड़ी रकम आवंटित की गई. सबसे ज्यादा साल 2015-16 में संस्था को 2.58 करोड़ और साल 2016-17 में 2.55 करोड़ रुपए का फंड दिया गया. साल 2016-17 में कुल 3.35 करोड़ की राशि में से 2.55 करोड़ रुपए का फंड अपर्णा की संस्था को दिया गया जबकि चार अन्य संस्थाओं को कुल मिलाकर 63 लाख रुपए का फंड मिला.
योगी सरकार के गठन के बाद साल 2017-18 के दौरान अब तक कई गौ शालाओं को कुल 1.05 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई. लेकिन उनमें अपर्णा यादव की संस्था शामिल नहीं है.
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