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पीरियड्स पेंटिंग: सोच बदलने के लिए ये 9 तस्वीरें ही काफी

टीमी ने पीरियड्स को लेकर औरतों को ‘अशुद्ध’ करार देने वाली तमाम धारणाओं को बदलने के लिए एक पेंटिंग बनाई.

कौशिकी कश्यप
भारत
Published:


ग्राफिक डिजायनर, फ्रीलांस पेंटर और इलस्ट्रेटर टीमी. (फोटो: <a href="https://www.facebook.com/timimagination/photos/ms.c.eJxFjsERwDAIwzbq1WAD2X~_xXkpKvz5JAJZXlqysFmEXeqAQZimfoQk7RMFiE8xRAq~;iOQq7wW9QR~_nT0I7C169wKe6ahqKVuSL0p~;4A52smFg~-~-.bps.a.952130794797524.1073741835.176611012349510/1483881261622472/?type=3&amp;theater">Facebook</a>)
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ग्राफिक डिजायनर, फ्रीलांस पेंटर और इलस्ट्रेटर टीमी. (फोटो: Facebook)
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कलाकार अपनी हर एक कला के साथ सोसायटी के लिए कुछ संदेश छोड़ता है. कई बार कला के जरिए रुढ़िवादी सोच को चुनौती देता है, नई सोच को जन्म देता है. कुछ ऐसा ही बेहतरीन संदेश एक महिला रोमानियन कलाकार टीमी पाॅल ने अपने आर्टवर्क से दुनिया को देना चाहा है.

टीमी पाॅल ने दुनियाभर में पीरियड्स को लेकर औरतों को ‘अशुद्ध’ करार देने वाली तमाम धारणाओं को बदलने के लिए एक पेंटिंग बनाई है.

टीमी ने उस पेंटिंग के जरिए एक मां होने का अनुभव जिया है लेकिन अलग तरीके से जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी. दरअसल, टीमी ने पीरियड्स के ब्लड जिसे ‘गंदा खून’ माना जाता है, से एक बच्चे की तस्वीर बनाई है.

उन्होंने 9 महीने तक हरेक महीने अपने पीरियड्स ब्लड से अलग-अलग कैनवास बनाया. अपनी उंगलियों और यूज की गई टैम्पोन से तैयार की गई इन कैनवास को पजल की तरह जोड़कर एक बड़ी पेंटिंग का रुप दिया और उसका नाम रखा - 'The Diary of My Period' - of an unborn child in the womb. “द डायरी आॅफ माई पीरियड- कोख में एक अजन्मा बच्चा!”

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द डायरी आॅफ माई पीरियड. (फोटो: Facebook)

टीमी ने इस पेंटिंग की तस्वीर फेसबुक पर ये कहते हुए डाली कि- मैं पीरियड्स ब्लड से पेंटिंग करने के लिए तब प्रेरित हुई जब मैंने इस ब्लड की वैल्यू महसूस की.

ग्राफिक डिजायनर, फ्रीलांस पेंटर और इलस्ट्रेटर टीमी. (फोटो: Facebook)

ग्राफिक डिजायनर, फ्रीलांस पेंटर और इलस्ट्रेटर टीमी लिखती हैं कि- इस एक्सपेरिमेंट ने मुझे दर्द की खूबसूरती, पीरियड्स की वैल्यू, और खुद को फिर से तैयार करना सिखाया.

वो कहती हैं कि- मेरा आर्ट एक मिशन है. भले ही यह देख नहीं सकता, बात नहीं कर सकता, सांस नहीं ले सकता लेकिन इसके जरिए आॅडियंस देखेंगे, बात करेंगे और सांस लेंगे.

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