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दिल्ली में पीने के पानी को लेकर एक केंद्रीय एजेंसी की रिपोर्ट पर संदेह जताते हुए आम आदमी पार्टी(आप) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उपभोक्ता मामले के मंत्री रामविलास पासवान को पानी की गुणवत्ता की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाने की चुनौती दी है.
उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार के एक अन्य विभाग-जल शक्ति मंत्रालय ने दिल्ली में पाइप के जरिए आपूर्ति किए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता की तारीफ की थी. भारतीय मानक ब्यूरो(बीआईएस) की हालिया रिपोर्ट में दिल्ली और अन्य शहरों के पानी के नमूने को कई गुणवत्ता मानकों पर फेल पाया गया था. बीआईएस, उपभोक्ता मामले के मंत्रालय के अधीन आता है.
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय ने दिल्ली में पाइप के जरिए आपूर्ति किए जा रहे पेयजल की सराहना की थी.
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड यानी BIS ने 20 राज्यों के कई शहरों के पानी की गुणवत्ता की जांच एक निजी लैब में करवाने के बाद ये पाया कि दिल्ली का पानी सबसे प्रदूषित है. दिल्ली में कृषि मंत्रालय, बुराड़ी, सोनिया विहार समेत खुद खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 12 जनपथ तक के घर के पानी का सैंपल 19 मापदंडो पर फेल मिला. इस पानी का TDS, PH, एल्यूमिनियम, नाइट्रेट, डिटरजेंट के अलावा E.coli जैसे बैक्टीरिया भी मिले हैं. सबसे प्रदूषित पानी में दिल्ली के बाद कोलकाता, चेन्नई, देहरादून और जयपुर का नंबर है. दिल्ली में पानी सप्लाई का जिम्मा दिल्ली जलबोर्ड के हवाले हैं.
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