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राजधानी दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने के बाद अब आम आदमी पार्टी साल 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनावों में बीजेपी को एक बार फिर कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रही है. वहीं बीजेपी भी राजनीति की बिसात पर अपने मोहरे बिठाने में जुट चुकी है.
हालांकि, राजनीति के गलियारों में इन दिनों इन दोनों दलों के बीच अदला-बदली की अफवाहें जोर पकड़ती जा रहीं हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिग्गज नेता नवजोत सिंह सिद्धू बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने की तैयारी कर रहे हैं. हलांकि सिद्धू ने अभी तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है, इसलिए अटकलों का बाजार गर्म है.
वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और कवि बीजेपी के साथ नजदीकियां बढ़ाते नजर आ रहे हैं. माना जा रहा है कि साल 2017 में पंजाब और उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दोनों ही पार्टियों के दोनों ओजस्वी वक्ता पाला बदल सकते हैं.
आम आदमी पार्टी नेता डॉ. कुमार विश्वास और बीजेपी नेता नवजोत सिंह सिद्धू दोनों ही शब्दों के जादूगर हैं. अपने भाषण के जरिए हजारों की भीड़ को जोड़ने के हुनर में राजनीति के ये दोनों ही दिग्गज माहिर हैं.
कुमार विश्वास पेशे से हिंदी कविताओं की दुनिया के जाने पहचाने नाम हैं तो नवजोत सिंह सिद्धू भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं और उनके हुनर की दुनिया कायल है. दोनों ही नेताओं के पास उनके भाषणों को पसंद करने वाले प्रशंसकों की एक बड़ी संख्या मौजूद है.
बीजेपी नेता नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों पार्टी के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं. पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने में जुटी है, लेकिन सिद्धू हैं कि मान ही नहीं रहे. खबर है कि पार्टी की ओर से सिद्धू को कई ऑफर दिए गए, लेकिन वह अकाली दल से बीजेपी का गठबंधन तोड़ने की मांग पर अड़े हुए हैं.
अकाली दल से गठबंधन के मुद्दे पर बीजेपी की कोर ग्रुप की दो बैठकें हो चुकी हैं. लेकिन फिलहाल इस समस्या का कोई हल नहीं निकल सका है. बीजेपी पंजाब में अपने सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल से अलग नहीं होना चाहती है लेकिन सिद्धू अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. माना जा रहा है कि अगर बीजेपी पंजाब में शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन नहीं तोड़ती है तो सिद्धू बीजेपी से अपना नाता तोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लेंगे. हालांकि, अभी तक सिद्धू और आम आदमी पार्टी दोनों ही इस बात को खारिज करते आ रहे हैं.
यूं तो इस बात को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं है कि आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. लेकिन बीते दिनों से बीजेपी नेताओं के लगातार संपर्क में रहने और फिर उनकी बर्थडे पार्टी में बीजेपी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी के बाद आशंका जताई जा रही है कि कुमार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने से पहले बीजेपी की नाव पर सवार हो सकते हैं.
हालांकि, कुमार और बीजेपी ने इन संभावनाओं को खारिज किया है. लेकिन राजनीति भी क्रिकेट की तरह अनिश्चितताओं का खेल है, यहां कब कौन किसका दोस्त बन जाए और कब दुश्मन, ये कहना मुश्किल है.
बहरहाल, आने वाला वक्त ही बताएगा कि मौजूदा दलों की जमीन छोड़कर दूसरे दलों में जगह तलाश रहे ये दिग्गज कब और किसके साथ नजर आएंगे.
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