काबुल के आसमान में फिर रॉकेट का झुंड, हमले की आशंका

ठीक एक दिन पहले अमेरिका ने दावा किया था कि काबुल एयरपोर्ट के लिए खतरा बने एक गाड़ी पर एयर स्ट्राइक की है.

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अफगानिस्तान संकट

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) में आज सुबह रॉकेटों की आवाज सुनाई दी है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक कई रॉकेटों को काबुल के ऊपर से उड़ते हुए सुना गया है. फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि रॉकेट कहां गिरा है या उसका लक्ष्य क्या है.

हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रॉकेट्स ने एक गाड़ी को निशाना बनाया है, वहीं दूसरी ओर कई जगहों पर धुएं का गुबार उठ रहे हैं.

बता दें कि ठीक एक दिन पहले अमेरिका ने दावा किया था कि अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट के लिए खतरा बने एक गाड़ी पर एयर स्ट्राइक की है.

अमेरिका का कहना है कि रविवार को काबुल में उसके ड्रोन में उस गाड़ी को निशाना बनाया गया, जिसमें इस्लामिक स्टेट के एक सहयोगी संगठन के कई आत्मघाती हमलावर सवार थे. यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बयान में बताया कि अमेरिकी सैन्य बलों ने काबुल में एक गाड़ी पर आज सेल्फ डिफेंस एयर स्ट्राइक की, जिससे हमाद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की तरफ आता एक ISIS-K खतरा खत्म कर दिया गया है.

हालांकि अफगान मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, हमले में दो बच्चे की मौत की खबर है. बताया जा रहा है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में एक ही परिवार के कई लोगों की मौत हो गई है. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन की आईएसआईएस के खिलाफ कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है.

बता दें कि काबुल हवाईअड्डे पर पिछले गुरुवार को हुए बम विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 लोगों की मौत हो गई थी.

आईएसआईएस-के या आईएस-के, इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह की अफगानिस्तान शाखा है, जिसने काबुल हवाईअड्डे पर हमले का दावा किया था.

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क्या 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से निकल जाएगा अमेरिका

दरअसल, पहले ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि 31 अगस्त के बाद तालिबान किसी भी देश को अपने यहां से लोगों को निकालने की अनुमति नहीं देगा. साथ ही 31 अगस्त तक अमेरिका भी अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक हटा लेगा. लेकिन अब अमेरिका ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपनी सैन्य वापसी के बाद फंसे लोगों को निकालने को लेकर बड़ा ऐलान किया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया है कि उसने 97 अन्य देशों के साथ मिलकर तालिबान के साथ करार किया है. इसके तहत तालिबान 31 अगस्त के बाद भी अफगान लोगों को निकालने की अनुमति देगा.

ब्रिटेन, अमेरिका और दूसरे देशों द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, तालिबान सभी विदेशी नागरिकों और दूसरे देश जाने वाले अफगान नागरिकों को अफगानिस्तान छोड़ने की इजाजत देगा.

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