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जब तालिबान ने 1996 से 2001 के बीच अफगानिस्तान (Taliban in Afghanistan) पर कब्जा किया था, उस दौरान इस आतंकवादी संगठन ने पितृसत्तात्मक और कठोर नियमों को लागू किया था और महिलाओं से उनके अधिकार छीन लिए थे. इसके बीस साल बाद, तालिबान ने फिर से देश पर कब्जा कर लिया है और फिर से महिलाओं के अधिकारों को दबाया जा रहा है. पितृसत्ता की बेड़ियां तोड़ने वाली ये महिलाएं एक बार फिर खुद को इसमें जकड़ा पा रही हैं.
90 के दशक में, तालिबान ने लड़कियों के स्कूल और यूनिवर्सिटी में पढ़ने पर रोक लगा दी थी. महिलाओं को बिना किसी पुरुष के घर से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था. उन्हें हमेशा अपना चेहरा ढंकने के लिए कहा गया था.
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