Home News India निर्भया कांड के बाद भी नहीं रुकी हैवानियत, वहशीपन के ये 5 और मामले
निर्भया कांड के बाद भी नहीं रुकी हैवानियत, वहशीपन के ये 5 और मामले
निर्भया कांड जैसे वो पांच बड़े मामले, जिनके बाद जेहन में एक ही सवाल- क्या दरिंदों को कानून का कोई डर नहीं?
अंशुल तिवारी
भारत
Updated:
i
निर्भया कांड जैसे वो पांच बड़े मामले, जिनके बाद जेहन में एक ही सवाल- क्या दरिंदों को कानून का कोई डर नहीं?
(फोटोः The Quint)
✕
advertisement
बिहार की राजधानी पटना से महज 20 किलोमीटर दूर नौबतपुर इलाके में हुई एक वारदात ने दिल्ली के निर्भया कांड की एक बार फिर याद दिला दी. इस मामले में 22 साल के एक युवक ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए एक महिला की जान ले ली. हैवानियत की हद इतनी कि जब महिला ने आरोपी का विरोध किया तो उसने महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे का रॉड घुसा दिया.
दिल्ली का निर्भया कांड जब लंबे वक्त तक सुर्खियों में छाया रहा, तो लगा कि अब कड़े कानून बनेंगे और ऐसी घटनाओं में कमी आएगी. लेकिन दिसंबर 2012 के बाद भी न जाने कितने निर्भया कांड हुए और महिलाओं को हैवानियत का शिकार बनाया गया. आइए जानते हैं ऐसे ही पांच सबसे बड़े मामलों के बारे में.
13 अक्टूबर | बिहार में भी दोहराया गया निर्भया कांड
बिहार के नौबतपुर गांव में 11 अक्टूबर 2017 की रात 35 साल की महिला शौच के लिए घर से बाहर निकली.
महिला को अकेला देख उसी गांव के 22 साल के युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर दुष्कर्म की कोशिश की.
महिला के विरोध करने पर युवक ने महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी और मौके से फरार हो गया.
जख्मी महिला ने किसी तरह घर पहुंचकर घरवालों को घटना की जानकारी दी.
घरवाले महिला को लेकर नौबतपुर थाने पहुंचे, जहां से पुलिस ने उसे अस्पताल भेज दिया.
पटना मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
फिलहाल पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. और उसके दोस्त की तलाश कर रही है.
मई 2017 | रोहतक ‘निर्भया’ केस, गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट किए क्षत-विक्षत
वारदात 9 मई 2017 की है. हरियाणा के रोहतक में 20 साल की लड़की को कार सवार कुछ लड़कों ने सड़क से अगवा कर लिया.
चलती कार में उन लड़कों ने लड़की के साथ बारी-बारी से रेप किया.
बाद में दरिंदों ने लड़की को रोहतक आईएमटी के पीछे पाश्रवर्नाथ कॉलोनी में लड़की को कैद कर लिया.
तीन दिन तक उन लड़कों ने पीड़िता के साथ जो किया उसे सुनकर इंसानियत भी शर्मसार हो गई.
दरिंदों ने 9 मई से 11 मई तक उस लड़की के साथ कई बार रेप किया.
11 मई को पुलिस को लड़की का शव बरामद हुआ.
लड़की का न सिर्फ बेरहमी से कत्ल किया गया बल्कि गैंगरेप के बाद उसके शरीर को भी क्षत-विक्षत कर दिया गया.
दरिंदों ने पीड़िता की पहचान मिटाने के लिए उसके सिर की सारी हड्डियां तोड़ दीं.
जून 2017 | गैंगरेप के बाद चलती ट्रेन से फेंका
18 जून 2017 को लखीसराय में चानन थाना क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की घर से निकली.
नाबालिग का आरोप है कि रास्ते में उसे मृत्युंजय कुमार और संतोष कुमार ने अगवा कर पास के खेत में ले जाकर गैंगरेप किया.
दोनों की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई और उन्होंने अपने अन्य साथियों को भी बुला लिया. इसके बाद सात-आठ लड़कों ने उसके साथ गैंगरेप किया.
बेहोश हो जाने के बाद आरोपी उसे पास के वंशीपुर रेलवे स्टेशन ले गए और फिर वहां आई मौर्य एक्सप्रेस की एक बोगी में साथ चढ़ाने के बाद वहां फिर से गैंगरेप किया.
दरिंदों ने इसके बाद उसे किउल रेलवे स्टेश पर चलती ट्रेन से नीचे फेंका और फरार हो गए.
शुक्रवार सुबह किउल रेलवे स्टेशन में नाबालिग नाजुक हालत में मिली. उसकी कई हड्डियां टूट चुकी थीं और वो बेहोश थी.
उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें थीं और इसके लिए डॉक्टरों को दो दर्जन से ज्यादा टांके लगाने पड़े.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
जुलाई 2017 | हिमाचल का गुड़िया गैंगरेप केस
4 जुलाई 2017 को हिमाचल में शिमला के कोटखाई में स्कूल से छुट्टी होने के बाद 15 साल की गुड़िया स्कूल से घर के लिए निकली.
कुछ ही दूर चलने पर उसे एक पिकअप गाड़ी मिली.
गाड़ी चालक ने गुड़िया को गाड़ी में बैठने के लिए कहा. राजू के साथ स्कूल के बच्चे अक्सर बैठते थे.
गुड़िया निश्चिंत होकर गाड़ी में बैठ गई. गाड़ी में पहले से ही चार लोग बैठे थे.
चालक ने थोड़ा आगे ले जाकर जंगल में गाड़ी रोकी और आरोपी गुड़िया को जबरन घसीटकर जंगल में ले गए.
यहां सभी पांच आरोपियों ने बारी-बारी से गुड़िया के साथ रेप किया.
इस दिल दहला देने वाली घटना में गुड़िया की मौके पर ही मौत हो गई.
फरवरी 2015 | रोहतक गैंगरेप केस, हैवानियत की सारी हदें हुईं पार
4 फरवरी 2015 को रोहतक के बहुअकबरपुर गांव के खेतों में एक युवती का शव नग्न अवस्था में पड़ा मिला था.
शव काफी बुरी हालत में था और ऊपर का हिस्सा जानवरों ने नोंच रखा था, जिससे शव की पहचान हो पाना मुश्किल था.
पुलिस ने तहकीकात में पाया की मृत महिला मूलरूप से नेपाल की रहने वाली थी. वह मंदबुद्धि थी और इलाज के लिए अपनी बहन के पास रोहतक की चिन्योट कॉलोनी आई थी.
शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. एसके धत्तरवाल ने कहा, महिला के प्राइवेट पार्ट में पत्थर और कई आपत्तिजनक चीजें डाली गईं थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला पर नृशंस हमला किया गया और उसके गुप्तांगों पर गंभीर चोटें पाई गई हैं. उसके पेट में ब्लेड और पत्थर पाए गए हैं.
इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक आरोपी नाबालिग था.
इस मामले में रोहतक जिला कोर्ट ने सात आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई. जबकि आठवें आरोपी ने पहले ही आत्महत्या कर ली थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)