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चेन्नई में AIADMK की तरफ से लगाए गए एक अवैध बैनर गिरने से 23 साल की सुभाश्री की मौत हो गई थी. इस मामले में बेतुकी दलील देते हुए AIADMK के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि इसका आरोप ‘हवा’ पर लगाया जाना चाहिए. न्यूज 7 को दिए इंटरव्यू में AIADMK नेता सी पोन्नैयन ने कहा, 'सुभाश्री की मौत इसलिए हुई क्योंकि हवा के कारण बैनर उसपर गिर गया. जिस शख्स ने बैनर खड़ा किया था, उसने उसे धक्का देकर सुभाश्री की जान नहीं ली. अगर किसी पर केस दर्ज करना है, तो हवा पर कीजिए.'
घटना के करीब 15 दिन बाद, बैनर लगाने वाले AIDAMK काउंसलर जयगोपाल को गिरफ्तार किया गया. जयगोपाल ने एक एक पारिवारिक शादी समारोह के लिए ये होर्डिंग लगाई थी.
AIADMK के फाउंडिंग मेंबर्स में से एक सी पोन्नैयन, तमिलनाडु की तिरुचेंगोडे सीट से 4 बार विधायक रह चुके हैं. तमिलनाडु सरकार में वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री और कानून मंत्री भी रह चुके हैं.
इससे पहले क्विंट को दिए इंटरव्यू में, सुभाश्री के पिता, रवि ने सवाल उठाते हुए पूछा था कि इतनी गंभीर घटना के बाद भी सत्ताधारी पार्टी अब तक ये सुनिश्चित क्यों नहीं कर पाई है कि अवैध होर्डिंग्स अब नहीं लगाए जाएंगे.
उन्होंने कहा था कि AIADMK या जयगोपाल के किसी प्रतिनिधि ने अब तक उनके परिवार से संपर्क नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि DMK और कमल हासन जैसे सितारों ने मद्रास हाईकोर्ट में अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ एफिडेविट फाइल किया है.
गुरुवार, 3 अक्टूबर को मद्रास हाईकोर्ट ने चेन्नई एयरपोर्ट से महाबलीपुरम के बीच बैनर लगाने की इजाजत दी है. केंद्र और तमिलनाडु सरकार ने पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के स्वागत के लिए शहर में बैनर लगाने के लिए अपील की थी. पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच 11-13 अक्टूबर के बीच द्विपक्षीय वार्ता होनी है.
कोर्ट के आदेश पर सुभाश्री की मां ने पीएम मोदी से अपील की है कि वो बैनर को मना कर एक उदाहरण पेश करें. उन्होंने कहा, 'बोर्ड और बैनर ही किसी नेता के स्वागत करने का तरीका नहीं हैं. और भी कई तरीके हैं. मुझे नहीं लगता कि पीएम सिर्फ बैनर देखकर खुश हो जाएंगे.'
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