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ऐसा लग रहा है कि हवाई सफर अब रेलवे से सस्ता हो जाएगा. रेलवे मिनिस्ट्री के एक फैसले ने लो बजट एयरलाइंस को अपना बिजनेस बढ़ाने का सुनहरा मौका दिया है.
रेलवे मिनिस्ट्री ने बुधवार को ऐलान किया कि प्रीमियम ट्रेन, जैसे राजधानी, शताब्दी और दुरंतो का किराया इस 9 सितंबर से 50% तक बढ़ जाएगा. इस नए चार्ज का नाम होगा ‘फ्लैक्सी सर्ज चार्ज’.
दरअसल, इन ट्रेनों की शुरुआती 10% सीटें सामान्य किराए पर ही मिलेंगी, लेकिन बाकी सीटों के किराए में अधिकतम 50% तक का इजाफा हो सकता है. ये चार्ज रेलवे के सभी चार्ज की तरह बेस फेयर में जुड़ जाएगा.
अगर आप अपना टिकट 4 महीने पहले बुक करते हैं, तो शुरुआत में ही टिकट खरीदने वाले पहले 10% यात्रियों को ये चार्ज नहीं देना पड़ेगा. उसके बाद यात्रा की तारीख के जितना पास टिकट बुक कराएंगे, ये चार्ज बढ़ता जाएगा. ये किराया फर्स्ट एसी और एग्जिक्यूटिव क्लास पर लागू नहीं होगा.
मान लीजिए, कोई शख्स प्रीमियम ट्रेन से दिल्ली से मुंबई तक का सफर तय करता है, तो उसे शुक्रवार के बाद से अधिकतम कितना किराया भरना पड़ सकता है.
इस मसले पर रेलवे के सीनियर अधिकारी का कहना है,
भारत में कुल मिलाकर 42 राजधानी, 46 शताब्दी और 54 दुरंतो ट्रेनें हैं. रेलवे की मानें, तो 30-40 प्रतिशत टिकटें कुछ मिनटों में ही बिक जाती हैं, वह भी कई मौकों पर 120 दिन पहले.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए रेलवे बोर्ड के मेंबर मुहम्मद जमशेद ने कहा,
हवाई यात्रा की बात करें, तो दिल्ली से मुंबई तक के सफर का टिकट अगर आप 90 दिन पहले बुक करते हैं, तो आपको मात्र 2,857 रुपये देने होंगे. तो हुई न हवाई यात्रा रेल यात्रा से सस्ती!
इस बात की खबर मिलते ही लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. कुछ लोगों ने ट्वीट किया,
रेलवे का ये मानना है कि राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों में सफर करने वाले लोग आर्थिक तौर पर मजबूत होते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों के यात्रियों पर फ्लैक्सी चार्ज का बोझ डाला गया है.
अब देखना ये है कि अब भारतीय रेलवे का ये प्लान कितना कारगर साबित होता है.
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