Home News India पाकिस्तान पर कैसे भारी पड़े रात 3ः30 बजे के बाद के वो 21 मिनट...
पाकिस्तान पर कैसे भारी पड़े रात 3ः30 बजे के बाद के वो 21 मिनट...
LoC पार हवाई हमले की पूरी स्ट्रेटजी यहां जानिए
क्विंट हिंदी
भारत
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आतंकी कैंपों पर हमले में 12 मिराज विमानों ने हिस्सा लिया
फोटो : IAF
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पुलवामा आतंकी हमले के बाद आतंकियों को सबक सिखाने के लिए 26 फरवरी को किया गया हवाई हमला बेहद सोच-समझकर किया गया. हमले की पुख्ता तैयारी की गई थी और हर कदम की स्ट्रेटजी तैयार की गई थी. पुख्ता इंटेलिजेंस जानकारी के आधार पर ये हमले हुए. एक नजर हमले की स्ट्रेटजी और टारगेट पर.
इस तरह हुए हमले
26 फरवरी तड़के 3.30 बजे इंडियन एयरफोर्स के मिराज विमानों ने उड़ान भरी
3.45-3.53 पहला हमला, टारगेट बालाकोट
3.48- 3.53 दूसरा हमला, टारगेट मुजफ्फराबाद
3.58-4.04 तीसरा हमला, टारगेट चकोटी
विदेश सचिव विजय गोखले हमले की जानकारी देते हुए फोटो : ANI
अहम टारगेट
POK में जैश का अल्फा 3 कम्यूनिकेशन सेंटर
मुजफ्फराबाद में अक्सा स्थित ट्रेनिंग कैंप
मुजफ्फराबाद में 30 ताबूक कैंप
तबाह हुए आतंकी कैंप
2000 फाइटर जेट से हमला
1000 किलो बम गिराए वायुसेना ने
हमले में कई आतंकी कैंप तबाह
बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में कई लॉन्च पैड ध्वस्त
जैश ए मोहम्मद के कई कंट्रोल पूरी तरह बर्बाद
खैबर पख्तूनख्वा में अहम आतंकी ठिकाने तबाह
ऐसे बरपा कहर
21 मिनट तक हुई बमबारी
200 से 300 आतंकी हुए ढेर
12 फाइटर प्लेन हमले के बाद सुरक्षित लौटे
इस तरह मिराज विमानों ने भरी उड़ान फोटो : रॉयटर्स
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पाक लड़ाकू विमान भाग गए
प्लेन Laser guided bomb और Air to Surface मिसाइल से थे लैस
पाकिस्तानी एफ16 विमानों ने जवाब देना चाहा, लेकिन भाग गए
भारतीय वायुसेना के विमानों की भारी मौजूदगी देख भाग गए
इंटरनेशनल बॉर्डर पर एयर फोर्स के डिफेंस सिस्टम को अलर्ट किया
कहां है बालाकोट
बालाकोट खैबरपख्तूनख्वा में है. LoC से 50 किलोमीटर दूर
बालाकोट में वायुसेना ने यहां गिराए बम फोटो : ANI
मिराज-2000, जिसने तबाह किए कैंप
मिराज -2000 साल 1985 में पहली बार कमीशन किया गया था
इंडियन एयरफोर्स ने पहले इसे अपने ऑपरेशन के दौरान वज्र नाम दिया
कारगिल वॉर में भी एक निर्णायक भूमिका निभाई.
एयरफोर्स के उन दो सक्षम एयरक्राफ्ट में से एक है, जो परमाणु हमला करने में सक्षम है.
मिराज की अधिकतम स्पीड 2300 किलोमीटर प्रतिघंटा
इसकी रेंज करीब 1,000 मील तक होती है
हवा से हवा में, हवा से जमीन पर मिसाइल और बम बरसाने में सक्षम
भारत को कैसे मिला मिराज-2000
भारत ने 1982 में उस वक्त 40 मिराज-2000 फाइटर जेट का ऑर्डर दिया था
उस वक्त पाकिस्तान ने F-16 फाइटर जेट खरीदे थे
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर के साथ 110 और मिराज-2000 फाइटर जेट की मैन्यूफेक्चरिंग का लाइसेंस
भारत ने सोवियत संघ से MIG -29 खरीदने के बाद यह विचार छोड़ दिया था
साल 1986 और 2004 में, भारत ने 10 और मिराज-2000 का ऑर्डर दिया था