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एयरसेल-मैक्सिस डील से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को कार्ति चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में कार्ति चिदंबरम के पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का भी जिक्र है. पटियाला हाउस में दायर इस मामले की अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी. ED ने अपनी चार्जशीट में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून की धारा 4 के तहत कार्ति के अलावा 4 दूसरे लोगों को भी नामजद किया है.
ED ने चार्जशीट में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के नाम का भी जिक्र किया है लेकिन उन्हें इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है. एजेंसी ने कोर्ट को बताय कि वो इस मामले में कंप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर सकती है. कोर्ट टूजी स्पैक्ट्रम मामलों से जुड़े एयरसेल-मैक्सिस मामले में 2011 और 2012 में सीबीआई और ED द्वारा दायर दो मामलों में कार्ति को 10 जुलाई तक गिरफ्तारी से छूट दे चुका है.
आरोप है कि साल 2007 में पी. चिदंबरम के केंद्रीय वित्त मंत्री रहने के दौरान आईएनएक्स मीडिया को विदेशों से करीब 305 करोड़ रुपये की रकम प्राप्त करने के लिये एफआईपीबी मंजूरी मिलने में कथित तौर पर अनियमितताएं हुई. कार्ति पर आरोप है कि इस मामले में उन्हें पैसे मिले थे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है.
इस केस में मंगलवार को दूसरी बार पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम से ED ने पूछताछ की. चिदंबरम ने एक बार फिर कहा कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है. अधिकारियों ने बताया कि जांच अधिकारी ने PMLA के तहत चिदंबरम का बयान दर्ज किया. इससे पहले ईडी ने 5 जून को चिदंबरम से पूछताछ की थी. दिलचस्प ये है कि जिस समय चिदबंरम वित्तमंत्री थे, ये एजेंसी उनको ही जवाब देती थी. समझा जाता है कि ED ने कांग्रेस नेता के समक्ष एयरसेल मैक्सिस सौदे पर नए सवाल रखे. उनसे इस मामले में लिए गए फैसले के बारे में भी सवाल किए गए.
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