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हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की इनेलो पार्टी शनिवार को टूट गई. चौटाला के बड़े बेटे अजय ने ऐलान किया कि पार्टी की बागडोर वो छोटे भाई के हाथ में दे रहे हैं और जल्द ही अपनी नई पार्टी बनाएंगे. अजय चौटाला ने कहा, " इंडियन नेशनल लोकदल(आईएनएलडी यानी इनेलो) और चश्मा(पार्टी चिह्न) मेरे अजीज बिल्लू (अभय चौटाला) को गिफ्ट करता हूं. मैं नई पार्टी बनाऊंगा, जिसका नया झंडा होगा'
अजय ने घोषणा करते हुए कहा कि जींद में आगामी 9 दिसंबर को वो प्रदेश स्तरीय रैली करेंगे और वहां नई पार्टी की घोषणा करेंगे.
अजय चौटाला ने अपने छोटे भाई अभय चौटाला पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि चंडीगढ़ में बैठकर जो 4 लोग फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. 10 विधायकों को बंधुआ बनाकर फोटो खिंचवाया जा रहा है, वही लोग पार्टी का नाश करने वाले हैं. अजय ने कहा, 'साजिश के तहत पहले तो दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से बर्खास्त किया, फिर मुझे पार्टी से निकाला. हमारा क्या कसूर था? मैंने हमेशा पार्टी को खून पसीने से सींचा' अजय चौटाला ने कहा, "मुझे 20 तारिख को वापस जेल में जाना है और आपको दुष्यंत सौंपकर जा रहा हूं, इसे संभालकर रखना.”
हरियाणा में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में अजय चौटाला अपने पिता ओमप्रकाश चौटाला के साथ 2013 से 10 साल की सजा काट रहे हैं. अजय फिलहाल दो हफ्तों के लिए परोल पर जेल से बाहर हैं. आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा में इनेलो के कुल 18 विधायक हैं. अभय चौटाला सदन में पार्टी के नेता हैं. हरियाणा इनेलो अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने बताया कि सभी विधायक छोटे भाई अभय चौटाला के साथ हैं. चंडीगढ़ में हुई अभय की कार्यकारिणी की बैठक में 12 विधायक मौजूद थे जिन्हें चंडीगढ़ के पास किसी रिसॉर्ट में रखा गया. आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए हाल ही में मायावती की बीएसपी ने इनेलो के साथ हरियाणा में गठबंधन किया है.
बीते अक्टूबर में हरियाणा के ही गोहाना में दिवंगत चौधरी देवीलाल के 105वें जन्मदिवस पर इनेलो की सम्मान दिवस रैली हुई थी. इसमें दुष्यंत ट्रैक्टर यात्रा के साथ मंच पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने भावी सीएम के नारे लगाने शुरू कर दिए. तभी दूसरे गेट से उनके चाचा अभय चौटाला मंच पर पहुंचे तो उनके खिलाफ हूटिंग की गई. दुष्यंत से लेकर अन्य सभी वक्ताओं के भाषण तक दुष्यंत भावी सीएम के नारे लगते रहे. अभय ने भाषण में दुष्यंत का नाम नहीं लिया. वे जब तक बोले, तब तक दुष्यंत समर्थक हूटिंग करते रहे. इस दौरान परोल पर रिहा हुए ओमप्रकाश चौटाला भी मौजूद थे. उन्होंने मंच से ही अपनी नाराजगी जताई.
इसके बाद ओमप्रकाश चौटाला ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अजय के बेटे दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया. 12 नवंबर को अजय चौटाला ने एक पत्र जारी कर इनेलो के प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों, सदस्यों और विधायकों को पत्र भेज कर 17 नवंबर को जींद में पहुंचने के लिए आदेश जारी किए थे. इस पत्र पर इनेलो ने कहा था कि अजय चौटाला को बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है. बैठक या तो इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला बुला सकते हैं या फिर प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा को यह अधिकार है. इसके बाद अजय ने नई पार्टी का ऐलान कर दिया. आपको बता दें कि अजय के बेटे दुष्यंत हिसार से सांसद हैं और उनके दूसरे बेटे दिग्विजय इनेलो की स्टूडेंट विंग के अध्यक्ष रहे हैं.
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