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असम के किसान संगठन नेता अखिल गोगोई 12 दिसंबर 2019 से जेल में बंद हैं. हाल में असम पुलिस ने आदेश दिया था कि बिना पुलिस की अनुमति के उनकी कोई भी तस्वीर दीवार पर नहीं बनाई जाएगी. लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसे सिर्फ प्रतिरोध का आंदोलन ही कहा जा सकता है.
बता दें गुरुवार को पुलिस के आदेश के बाद शाम को KMSS के छात्र संगठन सात्रा मुक्ति संग्राम समिति (SMSS) ने पब्लिक आर्ट के जरिए अपने सदस्यों से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की थी. इसके बाद संगठन के चार कलाकारों को पुलिस ने गुवाहाटी में हिरासत में ले लिया था. उन पर बिना अनुमति ग्रफीटी बनाने का आरोप था.
इस आर्ट प्रोटेस्ट के दौरान सरकारी संपत्तियों, जिनमें दीवार, पुल शामिल हैं, उनपर नारे लिखे गए, ग्रफीटी बनाई गईं. जिनमें गोगोई को रिहा करने की मांग की गई.
बता दें नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में असम में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे. असम के प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन अधिनियम को अपनी असमिया पहचान और संस्कृति के लिए खतरा मानते हैं. इन्हीं प्रदर्शनों के दौरान अखिल गोगोई को गिरफ्तार किया गया था. उन पर एक के बाद एक कई सारे मामले लगाए गए. जिसके चलते वे पिछले 11 महीनों से जेल में हैं.
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