Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जयललिता के इलाज के दौरान बंद थे सभी CCTV कैमरे: अपोलो अस्पताल

जयललिता के इलाज के दौरान बंद थे सभी CCTV कैमरे: अपोलो अस्पताल

जयललिता के करीबी नहीं चाहते थे कि उनके इलाज से जुड़ी कोई फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो,

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
पूरे 75 दिनों तक अस्पताल के उस फ्लोर के सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद करा दिया गया था. जहां जयललिता एडमिट थीं
i
पूरे 75 दिनों तक अस्पताल के उस फ्लोर के सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद करा दिया गया था. जहां जयललिता एडमिट थीं
(फाइल फोटो: PTI)

advertisement

चेन्नई के अपोलो अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु की पूर्व सीएम जे जयललिता के इलाज के दौरान अस्पताल के उस फ्लोर पर सभी सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिये गए थे, जहां वे एडमिट थीं. फुटेज रिकॉर्ड नहीं किए गए, क्योंकि जयललिता के करीबी नहीं चाहते थे कि कोई भी उनके इलाज की प्रक्रिया को देखे.

क्या कहा गया बयान में

अपोलो अस्पताल के संस्थापक चेयरमैन प्रताप सी रेड्डी ने अपोलो इंटरनेशनल कोलोरेक्टल सिम्पोसियम की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिवंगत जे.जयललिता की मौत के संबंध में अपोलो अस्पताल प्रबंधन मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस ए अरुमुघस्वामी की अध्यक्षता वाली जांच समिति को सभी दस्तावेज सौंप दिए गए हैं. इस दौरान मीडिया ने उनसे सवाल किया कि क्या सीसीटीवी फुटेज भी उनको सौंप दी गई हैं?

इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि जिस दिन से जयललिता अस्पताल में भर्ती हुईं थी, तभी से पूरे 75 दिनों तक फ्लोर के सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद करा दिया गया था. दरअसल जयललिता के करीबी नहीं चाहते थे कि उनके इलाज से जुड़ी कोई फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो.

इलाज के दौरान अपोलो अस्पताल में भर्ती जयललिता (फाइल फोटो: ट्विटर)
आईसीयू तक लोगों की पहुंच बंद कर दी गई थी. उस वक्त आईसीयू में मौजूद अन्य मरीजों को भी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था. इस तरह जयललिता 24 बेड वाले आईसीयू में अकेली मरीज थीं. विजिटर को भी वहां तक जाने की इजाजत नहीं थी.

रेड्डी ने कहा, "अस्पताल में हम एक साधारण नीति का पालन करते हैं. ICU में थोड़ी देर के लिए करीबियों के अलावा किसी को भी आने की इजाजत नहीं होती है. चूंकि वह गंभीर थीं, इसलिए हमने इजाजत नहीं दी. लेकिन रिश्तेदारों के पास कुछ लोगों से पूछने का विकल्प जरूर था. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर इसकी इजाजत दे सकते थे."

रेड्डी ने बताया कि अस्पताल की ओर से पूरी कोशिश की  गयी,लेकिन यह दुर्भाग्य है कि 69 वर्षीय जयललिता को हार्ट अटैक के बाद बचाया नहीं जा सका.

जयललिता को 22 सितंबर 2016 को अपोलो में भर्ती कराया गया था, जहां 4 दिसंबर को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें - फिल्म स्टार, सीएम और अम्मा: जयललिता की जिंदगी के कई रंग

[क्‍विंट ने अपने कैफिटेरिया से प्‍लास्‍ट‍िक प्‍लेट और चम्‍मच को पहले ही 'गुडबाय' कह दिया है. अपनी धरती की खातिर, 24 मार्च को 'अर्थ आवर' पर आप कौन-सा कदम उठाने जा रहे हैं? #GiveUp हैशटैग के साथ @TheQuint को टैग करते हुए अपनी बात हमें बताएं.]

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT