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योगगुरु बाबा रामदेव ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर मुस्लिम समुदाय को नसीहत दी है. रामदेव ने कहा है कि हमारे (हिंदू-मुस्लिम) मजहब अलग हो सकते हैं लेकिन हमारे पूर्वज अलग नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि पूर्वज हमारे एक ही हैं.. पूर्वज हमारे राम हैं, कृष्ण हैं, शिव हैं और मजहब से ऊपर हमारे पूर्वज होते हैं.
चित्रकूट में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के बाघंबरी मठ पधारे बाबा रामदेव ने संवाददाताओं से कहा-
सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले की सुनवाई तेज किए जाने से क्या फैसला जल्दी आ जाएगा, इस पर बाबा रामदेव ने कहा, “सरदार पटेल के बाद देश में राजनीतिक इच्छा शक्ति और साहस पहली बार देखने को मिला है जब अमित शाह और मोदी की जोड़ी ने धारा 370 को समाप्त करने का विधेयक दोनों सदनों से पारित कराया.”
बाबा रामदेव ने कहा, “अगर कोर्ट से निर्णय आने में देर होती है तो यह दुर्भाग्य होगा. मध्यस्थता से यह मामला सुलझना होता तो कब का सुलझ जाता. यह मामला कोर्ट से ही सुलझेगा. संसद अगर इस कार्य में पहल नहीं करेगी और अगर देश के लोगों को खड़े होकर मंदिर बनाना पड़े तो यह देश के लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य होगा.”
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