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ब्लैकमेलिंग या कॉरपोरेट वॉर:क्या है Paytm मामले की इनसाइड स्टोरी?

क्या  पेटीएम चीफ सोनिया धवन के दिए शेयर बिकवाना चाहते थे

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क्या पेटीएम चीफ अपनी सेक्रेट्री को दिए गए कंपनी के शेयर बेचने के लिए दबाव डाल रहे थे? 
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क्या पेटीएम चीफ अपनी सेक्रेट्री को दिए गए कंपनी के शेयर बेचने के लिए दबाव डाल रहे थे? 
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पेटीएम चीफ विजय शेखर शर्मा से कथित तौर पर 20 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलने के मामले में गिरफ्तार कंपनी की वीपी सोनिया धवन के वकील ने इस मामले में पुलिस के वर्जन को चुनौती दी है. सोनिया के वकील ने कहा है कि हाल ही में उसका प्रमोशन किया गया था. ऐसे में पुलिस की यह बात हजम नहीं होती कि सोनिया विजय शेखर के पर्सनल डेटा चुरा कर उन्हें ब्लैकमेलिंग कर रही थी और 20 करोड़ रंगदारी मांग रही थी.

सोनिया शुरू में शर्मा की पर्सनल सेक्रेट्री थी, जिन्हें बाद में प्रमोट कर पेटीएम के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन/पब्लिक रिलेशन का वाइस प्रेसिडेंट बना दिया गया था. 22 अक्टूबर को सोनिया, उनके पति रूपक जैन और पेटीएम के एक अन्य कर्मचारी को शर्मा से 20 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

इन तीनों को भले ही गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन पेटीएम रंगदारी प्रकरण उलझता जा रहा है. असली कहानी क्या है यह तो सामने नहीं आई है लेकिन आइए देखते हैं कि इस पर दोनों ओर से क्या कहा जा रहा है. पुलिस का क्या कहना है और मामला कहां तक जा पहुंचा है.

सोनिया के वकील ने क्या कहा

सोनिया की गिरफ्तारी के बाद उनके वकील प्रशांत त्रिपाठी ने कहा कि यह उनके क्लाइंट को फंसाने की कोशिश है. मनी कंट्रोल.कॉम की एक खबर के मुताबिक त्रिपाठी ने कहा है कि पेटीएम के प्रमोटर सोनिया धवन पर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने का दबाव डाल रहे थे.

न्यूज18 के मुताबिक त्रिपाठी का कहना था कि खुद सोनिया और उनके पति रूपक जैन से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी. रंगदारी न मिलने पर मार डालने की धमकी भी दी गई थी. जैन ने पुलिस में इसकी शिकायत की थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

त्रिपाठी ने यह भी कहा कि सोनिया, पेटीएम चीफ के साथ लंबे समय से काम कर रही थी. हाल में उन्हें प्रमोट भी किया गया था. ऐसे में वह रंगदारी के लिए धमकी देने जैसा कदम क्यों उठाएंगी.

क्या कह रहा सोनिया का परिवार

सोनिया के परिवार वालों का भी कहना है उनके खिलाफ कोई साजिश रची जा रही है. सोनिया दस साल पेटीएम में काम कर रही हैं. उनके एक कजिन ने कहा कि एक महीने पहले उन्हें प्रमोट कर कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था. ऐसे में वह क्यों ऐसा काम करेंगी.

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पुलिस क्या कह रही है?

नोएडा पुलिस सोनिया और कथित तौर पर रंगदारी के लिए शर्मा को कॉल करने वाले दो लोगों के खिलाफ जांच कर रही है. चौथे आरोपी रोहित चोमल को पकड़ने के लिए कोलकाता पुलिस की मदद ली जा रही है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक पुलिस का कहना है कि उसके पास 128 जीबी चुराया हुआ डेटा है, जो 1000 पेज में है. इन डेटा में कई पासवर्ड, इनक्रिप्टेड मेल पेटीएम अकाउंट्स पिन और विजय शेखर के कैश कार्ड शामिल हैं. पुलिस के पास जो डेटा हैं उनमें पेटीएम का बिजनेस मॉडल, इसके प्लान और स्कीम और दूसरे फाइनेंशियल डिटेल शामिल हैं. पुलिस ने कहा, हम साइबर सेल ऑफिसर्स की मदद से डेटा शिफ्ट कर रहे हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पेटीएम चीफ को ब्लैकमेल करने की साजिश पिछले दो महीने से रची जा रही थी. शायद यह तब से शुरू हुई होगी, जब घर खरीदने के लिए पैसे की उसकी मांग कंपनी मालिकों ने ठुकरा दी थी.

पेटीएम का क्या कहना है

पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा वह इस मामले से हिल गए हैं. वह सचाई जानना चाहते हैं. उन्होंने सोनिया पर भरोसा किया है और हो सकता है उसे मोहरा बनाया जा रहा हो. पुलिस सच का पता लगा लेगी. शर्मा ने कहा कि कंपनी धवन के साथ है. उन्होंने धवन को पुलिस जांच में मदद करने को अपील की है.

धवन के वकील ओर से कंपनी के शेयर बेचने के लिए दबाव डालने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि कंपनी के कर्मचारियों को मिले शेयर बेचने का अधिकार उसके पास होता है. हालांकि धवन ने एक महंगा खरीदने की बात की थी. लेकिन उन्होंने इसके लिए सीधे पैसों की मांग नहीं की थी.

ये भी पढ़ें : Paytm मामला: नई कंपनी बनाना चाहती थी सोनिया? पुलिस को मिले सबूत

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