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आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्ला खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड मामले में अग्रिम जमानत याचिका दायर की. जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा रही है. ED ने खान को 19 फरवरी को पेश होने को कहा है. चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
अमानतुल्ला खान पर आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों की अवैध भर्ती के माध्यम से नकद में पैसे लिए और उन्होंने अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदने के लिए राशि का निवेश किया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने अमानतुल्ला खान को 19 फरवरी को उसके सामने पेश होने के लिए भी बुलाया है. उसी दिन सीएम अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब उत्पाद शुल्क नीति मामले में पूछताछ के लिए पेश होना है.
ईडी ने इस मामले में नवंबर 2023 में एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए अमानतुल्ला खान के तीन कथित सहयोगियों सहित पांच संस्थाओं के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज किया था. आरोप पत्र में खान को आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया था.
हालांकि, आरोपपत्र में एजेंसी ने आरोप लगाया था कि संपत्तियां खान के इशारे पर खरीदी गईं.
अमानतुल्ला खान पर आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप 32 कर्मचारियों की अवैध भर्ती के जरिए बड़ी मात्रा में धन अर्जित करके उसका इस्तेमाल अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदने में किया. इसके अलावा उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों के रेंट पर दिया था. दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने इस तरह की अवैध भर्ती के खिलाफ बयान जारी किया था. जिसके बाद खान के करीबियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापे मारे थे.
31 मई 2022 को दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ED ने गिरफ्तार किया था. आरोप था कि सत्येंद्र जैन ने कथित तौर पर दिल्ली में कई शेल कंपनियां बनाई या खरीदी थीं. उन्होंने कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटर्स से 54 शेल कंपनियों के जरिए 16.39 करोड़ रुपए का काला धन भी ट्रांसफर किया.
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को ED ने 10 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया था. इसके पहले 26 फरवरी को CBI ने गिरफ्तार किया था. दोनों ही एजेंसियों ने दिल्ली शराब घोटाले के मामले में सिसोदिया को आरोपी बनाया है.
AAP के एक और नेता संजय सिंह का भी नाम है. उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 4 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया गया था.
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