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मुंबई के कार्माइकल रोड पर देश के सबसे अमीर उद्योगपति रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक गाड़ी में विस्फोटक पदार्थ जिलेटिन और धमकी भरी चिट्ठी को मिले अब एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. साथ ही एंटीलिया के बाहर से जिस गाड़ी में विस्फोटक मिले थे उसके मालिक मनसुख हीरेन की मौत को भी 5 अप्रैल को एक महीना होने जा रहा है. जांच एजेंसी अभी भी कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी है, लेकिन अभी भी सब कुछ साफ नहीं है.
पहले महाराष्ट्र की एंटी टेरर स्क्वाड और फिर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को इन मामलों की जांच की जिम्मेदारी मिली. दोनों ही मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के जांच अधिकारी सचिन वझे मुख्य आरोपी हैं, साथ ही दो और पुलिस वाले इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. इसके अलावा कई लोगों से पूछताछ की गई और जांच जारी है और लगातार एक के बाद एक नए सबूत सामने आ रहे हैं. लेकिन अब भी कई सवालों के जवाब मिलने बाकी है. कई सवालों के जवाब रहस्य बने हुए हैं, जिससे पर्दा उठना बाकी है.
जांच कर रही एजेंसी एनआईए ने आशंका जताई है कि मुकेश अंबानी के घर के नजदीक विस्फोटकों से भरी कार रखने या फिर किसी से रखवाने में वझे का ही हाथ है. हालांकि, यह अभी भी साफ नहीं है कि मुकेश अंबानी को क्यों निशाना बनाया जा रहा था. क्योंकि जेलेटिन के विस्फोटकों को बम के रूप में इकट्ठा नहीं किया गया था, न ही कोई डेटोनेटर या टाइमर गाड़ी में मिला था. हालांकि सचिन वझे गाड़ी में विस्फोटक रखने से लेकर इस पूरे मामले में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं.
5 मार्च को 48 साल के व्यापारी मनसुख हिरेन की लाश पुलिस को मिली थी. मनसुख की मौत को एक महीने बीत चुके हैं, लेकिन अबतक इस राज से पर्दा नहीं उठा है कि मनसुख को किसने मारा? क्यों मारा? अगर मनसुख ने आत्महत्या की थी तो क्यों?
हालांकि NIA ने बताया कि 'उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे साबित होता है कि हिरेन और वझे 17 फरवरी को मिले थे. हीरेन ने वझे को गाड़ी की चाबी दी. ये वही गाड़ी थी जिसे लेकर हीरेन ने दावा किया था कि उनकी गाड़ी चोरी हो गई.'
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक मनसुख की पत्नी विमला ने एटीएस को दिए बयान में कहा था,
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के मुताबिक, मनसुख की मुलाकात सचिन वझे से क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के कार्यालय के बाहर हुई थी. दोनों थोड़ी देर के लिए वझे की मर्सिडीज में बैठे और फिर मनसुख वहां से चले गए.
विमला के मुताबिक मनसुख अगले दिन उसी जगह पर गए जहां, उन्होंने अपनी खराब गाड़ी को छोड़ दिया था, लेकिन वहां से गाड़ी गायब थी, जिसकी उन्होंने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. तो सवाल है कि क्या मनसुख हिरेन सचिन वझे के राज जान रहा था, क्या इस कार का गायब होना और फिर मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक के साथ मिलना सब एक ही प्लान का हिस्सा है?
जांस एजेंसी एनआईए ने इस पूरे केस में अबतक कई लोगों से पूछताछ किया है और एंटीलिया सुरक्षा से जुड़े मामले में लगभग 35 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं, जिसमें एजेंसी ने अबतक सिर्फ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वो हैं सचिन वझे. हालांकि, इससे पहले महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म सक्वॉड (ATS) ने मनसुख हिरेन मर्डर केस में 21 मार्च को 2 और लोगों को गिरफ्तार किया था. 31 साल के सट्टेबाज नरेश धारे और 55 साल के सस्पेंड किए जा चुके पुलिस कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे.
अगर वझे ने ही अंबानी के घर के बाहर गाड़ी और विस्फोटक रखवाया था तो क्यों? और अगर ऐसा किया है तो और कौन लोग इसमें शामिल हैं?
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी एक कार बरामद होने के बाद जब आरोप मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के चीफ सचिन वझे पर लगी तब महाराष्ट्र सरकार को जमकर आलोचना झेलनी पड़ी. इस आलोचना के बीच सरकार ने एक्शन लेते हुए मुंबई के पुलिस कमिश्नर पर काबिज परमबीर सिंह को हटा दिया था. जिसके बाद परमबीर सिंह कि एक चिट्ठी सामने आई थी, जिसमें गृहमंत्री अनिल देशमुख पर करोड़ों रुपये की वसूली करवाने के आरोप लगाए गए थे. वहीं देशमुख ने सभी आरोपों का खारिज किया है.
लेकिन इस मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने रिटायर्ड जस्टिस कैलाश चांदीवाल के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई है, जो अगले 6 महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
एनआईए ने ट्राइडेंट होटल से एक सीसीटीवी फुटेज बरामद किया है, जहां सचिन वझे फरवरी 2021 में रुके थे. इस दौरान करीब 30 साल की उम्र की एक महिला को होटल के गलियारे में वझे से बात करते हुए देखा गया था और उसके हाथ में रुपए गिनने की मशीन थी. सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि वो महिला अगली सुबह होटल से निकली थी. एनआईए ने महिला का पता लगाया और उसका बयान दर्ज किए गए हैं, फिलहाल उसकी पहचान अभी भी एक रहस्य है.
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