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परमबीर सिंह की चिट्ठी से मचा बवाल अब दिल्ली तक पहुंच गया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और अनुराग ठाकुर ने इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. वहीं शरद पवार ने भी आज शाम दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार और जयंत पाटिल शामिल होंगे.
इस बीच राज्य में उद्धव के राजनीतिक विरोधियों ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गृहमंत्री के इस्तीफे, अंबानी को सुरक्षा समेत कई मांग उठाई और सवाल किए हैं. दूसरी तरफ इस मुद्दे पर आज बीजेपी ने मुंबई के दादर पूर्व रेलवे स्टेशन के पास गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग के साथ प्रदर्शन आयोजित किया.
अनुराग ठाकरे ने मामले पर बयान देते हुए कहा, "एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी और पूर्व पुलिस कमिश्नर ने राज्य के मुख्यमंत्री को लेटर लिखा है और गृहमंत्री पर गंभीर सवाल उठाए हैं. यहां एक गंभीर जांच होनी चाहिए. अगर मुंबई पुलिस की यह हालत है, तो आप समझ सकते हैं कि महाराष्ट्र फिलहाल किस हालात में होगा."
हालांकि जयंत पाटिल गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की अटकलों को पहले ही सिरे से खारिज करते हुए कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के कड़े फैसलों की वजह से इस तरह के लेटर सामने आया है.
महाराष्ट्र सरकार को सबसे पहले इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि परम बीर सिंह का ट्रांसफर क्यों हुआ. अगर वे दोषी पाए गए थे तो पूछताछ होनी चाहिए थी.
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मैं केंद्र सरकार से इस पूरे मामले की जांच की मांग करता हूं. क्योंकि महाराष्ट्र सरकार अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है. गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी तत्काल इस्तीफा देना चाहिए.
मुकेश अंबानी के पास इजरायल का सिक्योरिटी कवर है. ये पूरी दुनिया का सबसे एडवांस सिक्योरिटी कवर है. साथ ही उनके पास मध्यप्रदेश पुलिस की भी सिक्योरिटी है, ऐसा क्यों? ये अब भी मेरा लिए एक रहस्य बना हुआ है.
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