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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन/विशाल कुमार
जम्मू कश्मीर में 6 महीने के लिए राष्ट्रपति शासन का विस्तार कर दिया गया है. गृह मंत्री अमित शाह इसके लिए लोकसभा में प्रस्ताव लेकर आए था जो पास हो गया है. इस मौके पर अपने संबोधन में शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के जिम्मेदार कांग्रेस और जवाहर लाल नेहरू हैं.
इससे पहले कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि छह महीने बढ़ाने से जुड़े सरकार के कदम का विरोध करते हुए कहा कि इस ‘संवेदनशील राज्य’ में निर्वाचित सरकार का नहीं होना देशहित में नहीं है. पार्टी ने सरकार से पूछा कि जब राज्य में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हो सकते हैं तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं करवाए जा सकते?
राष्ट्रपति शासन 6 महीने के लिए बढ़ाने के प्रस्ताव और जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक-2019 पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के मनीष तिवारी ने ये आरोप लगाया कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद से राज्य के लोगों में खुद को अलग-थलग महसूस करने का भाव बढ़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसका पूरा समर्थन करती है कि सरकार आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ सख्ती दिखाए, लेकिन साथ ही राज्य के लोगों को साथ लेने की कोशिश करे.
कांग्रेस के इस आरोप के बाद अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर सीधा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने ही PoK पाकिस्तान को दे दिया. देश का बंटवारा कर दिया गया, सरदार पटेल से राय तक नहीं ली गई. शाह ने कहा कि नेहरू की गलती को देश भुगत रहा है.
अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर की अवाम को हम अपना मानते हैं, उन्हें अपने गले लगाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम कश्मीर की आवाम की चिंता करने वाली सरकार हैं. लेकिन उसमें पहले से ही जो शंका का पर्दा डाला गया है, वो इसमें समस्या पैदा कर रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ही वहां पंचायतों को पंच और सरपंच चुनने का अधिकार दिया है.
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