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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि किसी को राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) से डरने की जरूरत नहीं है और ये पूरे देश में लागू किया जाएगा. यहां राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा, "एनआरसी में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसमें ऐसा कहा जाए कि इसमें दूसरे धर्म के लोगों को शामिल नहीं किया जाएगा." उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में लागू किया जाएगा और किसी को भी इससे डरने की जरूरत नहीं है. बता दें कि एनआरसी फिलहाल असम में लागू हुआ है.
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को भरोसा जताया है कि वो राज्य में NRC की इजाजत नहीं देगी. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि असम की तर्ज पर पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक पंजी तैयार करने की कवायद की जाएगी. बनर्जी ने एक जनसभा को यहां संबोधित करते हुए कहा,
उन्होंने कहा, ‘‘ कोई आपकी नागरिकता छीनकर आपको शरणार्थी नहीं बना सकता है. धर्म के आधार पर कोई बंटवारा नहीं होगा.’’
पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने से पहले बीजेपी को यह बताना चाहिए कि 14 लाख हिंदू और बंगालियों का नाम असम में एनआरसी सूची में क्यों नहीं है. असम में एनआरसी की लास्ट लिस्ट में 19.6 लाख लोगों के नाम नहीं आने के बाद बंगाल में प्रस्तावित एनआरसी ने लोगों के बीच घबराहट पैदा कर दी और उसमें 11 लोगों की जान चली गई.
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