Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Amritpal Singh Detained: पंजाब पुलिस की हिरासत में अलगाववादी नेता, इंटरनेट बंद

Amritpal Singh Detained: पंजाब पुलिस की हिरासत में अलगाववादी नेता, इंटरनेट बंद

जिसकी एक आवाज पर हाल ही में हजारों की भीड़ थाने पर टूट पड़ी..जानें कौन है अमृतपाल सिंह?

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>अमृतपाल सिंह</p></div>
i

अमृतपाल सिंह

(फोटो- altered by quint)  

advertisement

अलगाववादी नेता और 'वारिस पंजाब दे' (Waris Punjab De) प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने शनिवार, 18 मार्च को जालंधर में हिरासत में ले लिया. यह उसके छह सहयोगियों को हिरासत में लिए जाने और राज्य के मोगा जिले में भारी पुलिस कर्मियों को तैनात किए जाने के बाद आया है.

इस बीच, राज्य के गृह सचिव अनुराग वर्मा ने कहा कि घटनाओं के मद्देनजर पंजाब में कल रविवार, दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं.

"पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 18 मार्च (12:00 घंटे) से 19 मार्च (12:00 घंटे) तक सार्वजनिक सुरक्षा के हित में निलंबित रहेंगी."
गृह मामलों और न्याय विभाग, पंजाब

अमृतपाल सिंह के पकड़े जाने की खबर के बाद मोहाली में कौमी इंसाफ मोर्चा ने विरोध प्रदर्शन किया है.

पंजाब पुलिस ने ट्विटर पर भी लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए कहा है. पंजाब पुलिस ने लिखा कि "पंजाब पुलिस कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है. नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराएं या फर्जी समाचार या हेट स्पीच न फैलाएं."

कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने अमृतपाल सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि जो आदमी "खालिस्तान के लिए हथियार उठाने की बात करता था, वह आज पुलिस से डरकर भाग रहा है."

रवनीत सिंह बिट्टू ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर कहा, "सिख कभी भागता है क्या? हिम्मत होती तो पुलिस का सामना करता. सियार की तरह गली-गली दौड़ रहा है. मैं पहले भी कहता था कि वह हमारे बच्चों को मरवाने आया. वह (खुफिया) एजेंसियों का आदमी है.“

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को जब अमृतपाल सिंह बठिंडा जा रहा था, तभी पुलिस ने जालंधर के मेहताबपुर गांव के पास उसे रोकने की कोशिश की. उनके छह समर्थकों को कथित तौर पर मेहताबपुर से हिरासत में लिया गया था. कथित तौर पर उनके समर्थकों के घरों पर भी छापे मारे गए हैं.

अमृतपाल सिंह हाल ही में खबरों में था जब पंजाब के अमृतसर के अजनाला थाने के बाहर 23 फरवरी को उसके समर्थकों ने लाठी, डंडे और तलवार से हमला कर दिया. पुलिस बैरिकेड्स तोड़ डाले. यह हंगामा अमृतपाल के करीबी सहयोगी तूफान सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने थाना घेरने के दौरान किया.

सिर्फ यही नहीं, अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने पंजाब पुलिस को धमकी भी दी थी कि अगर 24 घंटो के अंदर तूफान सिंह को नहीं छोड़ा तो आगे जो कुछ होगा उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

क्या है वारिस पंजाब दे ? 

वारिस पंजाब दे का गठन अभिनेता और एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने किया था. फरवरी 2022 में एक कथित दुर्घटना में उनकी मौत के बाद अमृतपाल सिंह ने इसका चार्ज संभाला. वारिस पंजाब दे का गठन दीप सिद्धू ने पंजाब के राजनैतिक और सामाजिक मुद्दों को मंच देने के लिए किया था.

कौन है अमृतपाल सिंह? 

1993 में जन्मे अमृतपाल सिंह संधू अमृतसर जिले की बाबा बकाला तहसील के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है. 12 वीं तक पढ़ाई की है. 2012 में काम के लिए दुबई गया और वहां ट्रेवल एजेंसी में काम किया. 2022 में वारिस पंजाब दे को संभालने के लिए वापस आया.

कई विवादों में फंसे अमृतपाल सिंह पर हाल ही में अपहरण, चोरी और स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.

अमृतपाल सिंह के आस-पास की सोशल मीडिया गतिविधि दिखाती है कि वह कम से कम पिछले पांच सालों से सिखों से संबंधित मुद्दों पर बोलते रहा है. वह कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध का हिस्सा बन गया, खासकर दीप सिद्धू से जुड़े आंदोलन का हिस्सा.

दीप सिद्धू की तरह, अमृतपाल सिंह भी पंजाब में एक बड़े राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन का आह्वान करता है और उसका मानना है कि कृषि कानूनों को अलग-थलग करके नहीं देखा जाना चाहिए था.

लेकिन शब्दों का चयन तीखा होता है और कुछ लोग दीप सिद्धू की तुलना में उसे ज्यादा विवादास्पद मानते हैं.

अमृतपाल सिंह के आलोचकों का कहना है कि उनके भाषण युवाओं को उग्रवाद की ओर ले जा सकते हैं और ऐसे रास्ते पर ले जा सकते हैं जहां उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है या मार दिया जा सकता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT