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पंजाब के अमृतसर में रविवार को बड़ा धमाका हो गया. ये धमाका अमृतसर से 14 किमी दूर अदलीवाल गांव के निरंकारी भवन में धमाका हुआ है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 10-15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइक पर सवार दो लड़के निरंकारी भवन में बम फेंककर फरार हो गए. हमले के समय वहां निरंकारी पंथ का धार्मिक समागम चल रहा था. उस वक्त वहां करीब 200 श्रद्धालु मौजूद थे. वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था.
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सीसीटीवी फुटेज में हमलवारों की तस्वीर सामने आई है. एक हमलावर ने जिंस पहन रखी और दूसरे ने कुर्ता पायजामा. दोनों ने अपने चेहरों को कपड़ से कवर कर रखा था.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अमृतसर में ग्रेनेड हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, वह ‘‘आतंक की शक्तियों'' को राज्य में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को भंग नहीं करने देंगे. मुख्यमंत्री ने लोगों से ‘‘दहशत में नहीं आने और शांत रहने'' की अपील की.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमृतसर बम विस्फोट के मद्देनजर पंजाब के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप घबराएं नहीं और संयम बनाए रखें.''
अमृतसर में हुए इस धमाके की जांच की जिम्मेगदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. एनआईए के तीन सदस्य घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. आईजी मुकेश सिंह की अगुवाई में टीम जांच करेगी.
पंजाब पुलिस ने कहा कि अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में एक धार्मिक समागम में हुआ हमला ‘आतंकी हरकत' लगता है. पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने पीटीआई से कहा, ‘‘घटना में आतंक का एक पहलू दिख रहा है क्योंकि ये एक ग्रुप के खिलाफ है, न कि किसी एक व्यक्ति के. लोगों के ग्रुप पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर पर लेंगे.”
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से बात की और अमृतसर में हुए ग्रेनेड हमले के बाद की स्थित का जायजा लिया. राजनाथ ने इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना के बाद इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है. उन्होंने ब्लास्ट में घायल लोगों के लिए सरकारी खर्च पर इलाज का भी ऐलान किया
आईजी (बॉर्डर)सुरेंदर पाल सिंह ने बताया कि हमले के लिए ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया है. बाइक सवार लड़कों ने निरंकारी भवन के मुख्य गेट पर बम फेंका और तेजी से फरार हो गए. इस हमले के बाद पूरे अमृतसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हर जगह पुलिस तलाशी अभियान चला रही है.
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने धमाके पर दुख जताया है. धमाके में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के लिए जाखड़ ने संवेदनाएं प्रकट की हैं. सुनील जाखड़ के मुताबिक ये पंजाब की शांति को भंग करने की कोशिश है. उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों से अपील की है कि वो अलर्ट रहें और राज्य में शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश करें.
अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए इस धमाके में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को पास के ही अस्पताल में पहुंचाया गया है.
अभी इस मामले के पीछे कौन है इसके बारे में पता नहीं लग पाया है लेकिन पिछले दिनों सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब में आतंकी हमले की घटना को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसके बाद राज्य हाई अलर्ट पर था. खुफिया ब्यूरो को ये जानकारी मिली थी कि कश्मीर में ऑपरेट करने वाला आतंकी जाकिर मूसा फिरोजपुर आया था. खुफिया ब्यूरो के पास यह भी इनपुट है कि जाकिर मुसा ग्रुप के 7 आतंकी फिरोजपुर आए थे. इन आतंकियों को अमृतसर में भी देखा गया था.
इसके बाद ही गुरदासपुर, पठानकोट और आसपास के इलाके में हाई अलर्ट कर दिया गया. गुरदासपुर में मूसा और उसके साथी आतंकियों के पोस्टर दिवारों पर लगाए गए थे. साथ ही 4 दिन पहले पठानकोट में संदिग्ध आतंकी इनोवा कार छीनकर भागे थे. संदिग्धों की सीसीटीवी तस्वीरें पुलिस पूरे पंजाब में जारी कर चुकी है.
इस घटना के बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. पुलिस लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रही है. साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. दिल्ली के निरंकारी भवन की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
अमृतसर के राजासांसी गांव में ये धमाका हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये इलाका शहर से बाहर है और निरंकारी भवन के मेन गेट से ही बाइक सवार लड़कों ने बम फेंका.