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कार्टूनिस्‍ट आरके लक्ष्‍मण की नजर से देखें आधुनिक भारत की झलक

अगर हम उनके कुछ कार्टूनों को एक ही जगह पेश कर दें, तो आधुनिक भारत का इतिहास तैयार हो जाए.

आकिब रजा खान
भारत
Updated:
 आर. के. लक्ष्‍मण के चुनिंदा कार्टून एक नए अंदाज में 
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आर. के. लक्ष्‍मण के चुनिंदा कार्टून एक नए अंदाज में 
(फोटो: द क्‍वि‍ंट)

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आरके लक्ष्‍मण के जन्मदिन पर हम उनके चुनिंदा कार्टूनों पर एक नजर डाल रहे हैं, जिनमें 1947 में देश को आजादी मिलने के बाद से लेकर अब तक की झलक दिखाई पड़ती है. खास बात यह है कि इन कार्टूनों को एनिमेशन के जरिए ज्‍यादा प्रभावी दिखाने की कोशिश की गई है.

'द कॉमन मैन' कार्टून के जरिये लोगों के दिलों पर राज करने वाले आरके लक्ष्मण ने हमेशा भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दों को सहजता से उठाया. उनके कार्टूनों को 'मिस्टर एंड मिसेस 55' जैसी हिंदी फिल्म और 'कामराज' जैसी तमिल फिल्मों में भी देखा गया. लेकिन लक्ष्मण को लोकप्रियता फेमस टीवी सीरियल 'मालगुड़ी डेज' से मिली, जहां उनकी चित्रकारी और कलाकारी के लोग फैन हो गए.

अगर हम उनके कुछ कार्टूनों को एक ही जगह पेश कर दें, तो आधुनिक भारत का इतिहास तैयार हो जाए.

मार्च, 1950

विभाजन की वजह से लोगों को हिंसा और यातनाओं के दौर से गुजरना पड़ा

फरवरी,1951

कश्‍मीर मसला 1947 से ही अनसुलझा है.

अप्रैल, 1960

नेहरूजी चीन पर आंखें मूंदकर भरोसा करते थे, जो कि आगे चलकर देश को महंगा पड़ गया

जनवरी, 1965

गणतंत्र दिवस परेड पर आर. के. लक्ष्‍मण की ओर से खास अंदाज में शुभकामनाएं

मई, 1974

पोखरण 1: इंदिरा गांधी ने वैज्ञानिकों की मदद से भारत को परमाणु ताकत दी

1975

70 के दशक में संजय अपनी मां इंदिरा गांधी के लिए बड़ी कमजोरी बन गए थे

दिसंबर, 1984

भोपाल गैस त्रासदी का दर्द देश आज भी नहीं भुला सका है

मई, 1971

राम मंदिर मुद्दा और बीजेपी का अभ्‍युदय

जुलाई, 2000

कांग्रेस में आज भी सोनिया गांधी का राज चलता है

दिसंबर, 2002

आर. के. लक्ष्‍मण नरेंद्र मोदी के कद को पहले ही भांप गए थे

2004

राजनीति में राहुल गांधी की एंट्री

अक्‍टूबर, 2002

जब बापू को सता रही थी देश की चिंता...

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Published: 26 Jan 2016,03:01 PM IST

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