advertisement
हैंडिक्राफ्ट आर्टिस्ट और बिहार के मुजफ्फरपुर के भूसारा गांव में रहने वाली 40 साल की संजू देवी व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करती हैं. व्हाट्सऐप के जरिए वे न सिर्फ देश में बल्कि देश के बाहर रह रहे क्लाइंट्स को अपनी कशीदाकारी की तस्वीरें भेजती हैं.
संजू देवी के मुताबिक, ये बेहद ही सुविधाजनक है. इससे पहले वह अपने उत्पादों की तस्वीरें भेजने के लिए अपने बेटे के फोन का इस्तेमाल करती थी. बीते साल बच्चों के शहर से बाहर जाने के बाद संजू ने 2जी कनेक्शन के साथ सैमसंग का एक नया स्मार्टफोन खरीदा.
संजू देवी भी सस्ते स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर फोन के बिल पर हर महीने 300 से 1,000 रुपए तक खर्च करने वाले करीब 120 मिलियन ग्रामीण इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से एक हैं. गांवों में रहने वाले इंटरनेट यूजर्स लो-टैरिफ डेटा प्लान का इस्तेमाल सोशल साइट पर अपनी तस्वीरें शेयर करने, एमपी3 और वीडियो गाने डाउनलोड करने के लिए करते हैं.
वेबसाइट क्वार्ट्ज इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के गांवों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों के आंकड़ों में लगातार बढोतरी हो रही है.
अमेरिका की मेनेजमेंट एंड बिजनेस कंसल्टेंसी कंपनी ‘बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप’ (BCG) के मुताबिक, साल 2020 तक इनकी संख्या 32 करोड़ तक पहुंच सकती है. बीसीजी ने भारते के 14 राज्यों के करीब 27 गांवों में रहने वाले चार हजार इंटरनेट यूजर्स पर एक सर्वे किया. इस सर्वे में बीसीजी ने इंटरनेट के इस्तेमाल के पैटर्न को जानने की कोशिश की.
ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने के मामले में पुरुष महिलाओं से अव्वल हैं. वहीं शहरी क्षेत्रों में भी इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या ग्रामीण महिलाओं से तो ज्यादा है लेकिन पुरुषों से पीछे हैं.
शहरों में जहां लोग फेसबुक का इस्तेमाल सभीके संपर्क में रहने और फोटो, वीडियो शेयर करने के लिए करते हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फेसबुक नए समाचार और वीडियोज देखने का प्रमुख साधन है.
कीमत के प्रति सजग ग्रामीण इंटरनेट यूजर यूसी वेब ब्राउजर जैसे कम डेटा में चलने वाले ब्राउजर्स को चुनते हैं. साथ ही ग्रामीण इलाकों में रहने वाले इंटरनेट यूजर्स फ्री चैटिंग के लिए व्हाट्सऐप और फ्री म्यूजिक डाउनलोड करने के लिए सॉन्ग्स पीके का इस्तेमाल करते हैं.
इसके साथ ही इंटरनेट के जरिए समाचार प्राप्त करने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है.
गांवों में रहने वाले अधिकांश इंटरनेट यूजर्स 2जी और 3जी इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए सस्ते हैंडसेट्स का इस्तेमाल करते हैं. सस्ते डेटा प्लान्स और स्मार्टफोन का ही नतीजा है कि ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
इंटरनेट यूजर्स की संख्या में बढोतरी के बावजूद ग्रामीण इलाकों में अबतक ऑनलाइन शॉपिंग लोकप्रिय नहीं हुई है. इसकी वजह गरीबी और सस्ती चीजें खरीदने की प्रवृति मानी जा रही है. बीसीजी के मुताबिक, साल 2015 से 2016 को बीच गांवों में ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या 4 फीसदी से बढ़कर 8 फीसदी तक पहुंच चुकी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)