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पाकिस्तान के चोलिस्तान में कथित तौर पर अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के लिए दो भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक का नाम प्रशांत वैंदम है. वैंदम के पिता ने मंगलवार को कहा कि प्रशांत साल 2017 से लापता थे और प्यार में धोखा खाने के चलते मानसिक रूप से तनावग्रस्त थे.
प्रशांत हैदराबाद में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते थे. 29 अप्रैल, 2017 को वह अचानक गुम हो गए, उनके परिवार ने पुलिस में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी. प्रशांत के पिता बाबू राव ने मंगलवार को कहा कि उसके बाद से वह परिवार के साथ संपर्क में नहीं था और पुलिस भी उसका पता नहीं लगा सकी.
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से ताल्लुक रखने वाले बाबू राव का परिवार पिछले छह सालों से हैदराबाद में हैं. बाबू राव ने कहा कि उनके बेटे की पहली नौकरी बेंगलुरू में लगी थी, जहां उसे उसकी ही कंपनी में काम करने वाली एक लड़की से प्यार हो गया. मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखने वाली वह लड़की स्विटजरलैंड चली गई और प्रशांत तनाव में रहने लगा.
पाकिस्तानी मीडिया ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी कि मध्य प्रदेश के निवासी दारीलाल संग प्रशांत को बहावलपुर जिले के समीप स्थित एक रेगिस्तान में 14 नवंबर को गिरफ्तार किया गया. ये दोनों कथित रूप से वैध दस्तावेजों के बिना राजस्थान के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे.
बाबू राव ने कहा कि उन्हें इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं कि वह पाकिस्तान क्यों गया और दारीलाल के संपर्क में कैसे आया.
अपने माता-पिता को भेजा गया प्रशांत का एक वीडियो संदेश सोमवार देर रात वायरल हो गया. तेलुगू में वह अपने माता-पिता से कह रहा है कि उसे एक महीने के अंदर जेल से रिहा होने की उम्मीद है. हालांकि उसने इसमें यह नहीं कहा है कि वह पाकिस्तान में कब और कैसे पहुंचा.
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