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हमारी सेना हर वक्त तैयार,देश पर कभी आंच नहीं आने देंगें-आर्मी चीफ

आर्मी चीफ बोले- देश की तरक्की के लिए सीमाओं की सुरक्षा जरूरी

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भारत
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नए आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
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नए आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
(फोटो: ANI)

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नए साल पर नए देश के नए आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी साथ ही देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं देश की रक्षा में हर वक्त तैयार हैं और दामन पर कभी आंच नहीं आने देंगें. “सरहदें सुरक्षित रहेंगीं, तभी देश तरक्की करेगा. हम मानवाधिकारों के सम्मान पर विशेष ध्यान देंगे.

बता दें कि मंगलवार को ही मनोज मुकुंद नरवणे ने नए सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला है. देशवासियों को नए साल की बधाई देते हुए नए आर्मी चीफ ने कहा,

मुझे यह जिम्मेदारी संभालने पर गर्व है. यह कितनी अहम जिम्मेदारी है, इसका भी मुझे अहसास है. मैं वाहेगुरु से कामना करता हूं कि इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए मुझे साहस, शक्ति और बुद्धिमत्ता दे.

देश की तरक्की के लिए सीमाओं की सुरक्षा जरूरी

आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की के लिए सीमाओं की सुरक्षा भी जरूरी है.

मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारी तीनों सेनाएं हर वक्त किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं और देश को महफूज रखने का भरोसा है. 

बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे अब तक उप-सेना प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे थे.

कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे?

इस साल सितंबर में उप-सेनाप्रमुख बनने से पहले नरवणे सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो चीन से लगने वाली भारत की करीब 4000 किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करती है. अपने 37 साल के करियर के दौरान उन्होंने कई कमान में अपनी सेवा दी. वे जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद निरोधक अभियानों में सक्रिय रहे और कई अहम जिम्मेदारियां संभाली. वे जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स की बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इंफ्रैंटी ब्रिगेड की कमान भी संभाल चुके हैं. इसके अलावा वे श्रीलंका में भारतीय शांति रक्षक बल का हिस्सा रहे हैं. साथ ही वे तीन वर्षों तक म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास में रक्षा अताशे रहे.

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