advertisement
दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा बेहद गर्मा रहा है. प्रदेश में आम आदमी पार्टी और बीजेपी सीलिंग के मुद्दे पर आमने-सामने हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि, “अगर 31 मार्च तक सीलिंग का समाधान नहीं निकला तो केजरीवाल भूख हड़ताल पर बैठेगा. हम सभी मिलकर केंद्र सरकार पर दबाव डालेंगे ”
केजरीवाल सीलिंग के मुद्दे पर दिल्ली के अमर कालोनी मार्केट में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. दिल्ली के सीएम दिल्ली में दुकानों पर सीलिंग को लेकर लगातार केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.
इससे पहले दिल्ली में गुरूवार को सीलिंग की सबसे बड़ी कार्रवाई में 400 से ज्यादा दुकानों पर छापे पड़े. ये एक दिन में सीलिंग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है जिसके बाद दिल्ली के कारोबारियों ने तय किया है कि वो 13 मार्च को फिर से दिल्ली बंद करेंगे. इस फैसले में 100 से ज्यादा व्यापारी संगठन शामिल हुए. बैठक में तय किया गया है कि अगर व्यापारियों को सीलिंग से राहत नहीं मिलती तो अब आंदोलन और तेज होगा. व्यापारियों की मांग है कि सीलिंग से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार संसद में बिल लाए तो वहीं दिल्ली सरकार भी विधानसभा सत्र बुलाए और बिल केंद्र सरकार को भेजे.
इस मुद्दे पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने मास्टर प्लान में किए गए संशोधनों को लेकर केन्द्र सरकार को लताड़ लगाई क्योंकि केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में बिना किसी तैयारी के अपना पक्ष रखा. माकन के मुताबिक, “बड़े दुख की बात है कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा की केन्द्र सरकार दोनों सीलिंग को लेकर धरना प्रदर्शन करके राजनीति कर रहे हैं जबकि उनको सुप्रीम कोर्ट के सामने अपना पक्ष बड़े नामी वकीलों के जरिए रखना चाहिए.”
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)