Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019एटलस साइकिल ने बंद किया प्लांट, कर्मचारियों को कहा- पैसे नहीं हैं

एटलस साइकिल ने बंद किया प्लांट, कर्मचारियों को कहा- पैसे नहीं हैं

कर्मचारियों के लिए चिपकाए गए नोटिस में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
कर्मचारियों के लिए चिपकाए गए नोटिस में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है
i
कर्मचारियों के लिए चिपकाए गए नोटिस में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है
(फोटो: Twitter/@farhat242)

advertisement

कोरोना काल में नौकरियां जाने का सिलसिला लगातार जारी है. अब देश की मशहूर साइकिल कंपनी एटलस ने आर्थिक मंदी के चलते अपने करीब 1 हजार कर्चमारियों को ले- ऑफ कर दिया गया है. गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित सबसे बड़े प्रोडक्शन प्लांट को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है. कर्मचारियों के लिए गेट के बाहर एक नोटिस चिपकाया गया है, जिसमें लिखा है कि कंपनी के पास फैक्ट्री को चलाने के पैसे नहीं हैं.

नोटिस में आर्थिक तंगी का जिक्र

भारतीय कंपनी एटलस साइकिल्स (हरियाणा) लिमिटेड आर्थिक तंगी के चलते फिलहाल बंद हो चुकी है. इसीलिए उसने अपने सबसे बड़े प्लांट को बंद कर दिया और इसके प्रबंधक ने कर्मचारियों के लिए गेट पर हिंदी में लिखा नोटिस लगा दिया है. इस नोटिस में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है. नोटिस में लिखा है,

जैसा कि सभी कर्मचारियों को पता है कि कंपनी पिछले कई सालों से भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है. कंपनी ने सभी फंड खर्च कर दिए हैं और स्थिति ये है कि अन्य आय के श्रोत नहीं बचे हैं. यहां तक कि दैनिक खर्चों के लिए भी धन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इसीलिए सभी कर्मचारी 3 जून से बैठकी (ले-ऑफ) पर घोषित किए जाते हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

कंपनी की तरफ से बताया गया है कि कर्मचारी हर दिन फैक्ट्री में आकर अपनी हाजिरी लगाएंगे. जो कर्मचारी हाजिरी नहीं लगाएगा उसे ले-ऑफ में मिलने वाला पैसा नहीं दिया जाएगा.

कर्मचारियों की नौकरी को खतरा

कंपनी के इस फैसले के बाद अब सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है. प्लांट के बंद होने की खबर सुनते ही कर्मचारियों में हलचल मच गई. कुछ कर्मचारियों ने फैक्ट्री के गेट पर ही इसका विरोध भी जताया. इस प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी यूनियन के एक नेता महेश कुमार ने बताया कि यहां करीब एक हजार लोग काम करते हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT