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सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई अपने आखिरी दौर में चल रही है. दोनों पक्षों को 17 अक्टूबर तक अपनी दलीलें रखने को कहा गया है. सुनवाई पूरी होने के कुछ ही हफ्तों बाद सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर फैसला सुना सकता है. आखिरी दौर में चल रही इस सुनवाई के दौरान अब दोनों पक्ष अपनी पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं.
सुनवाई खत्म होने की आखिरी तारीख नजदीक आते ही उत्तर प्रदेश के अयोध्या को भी अलर्ट पर रखा गया है. यहां धारा 144 लागू कर दी गई है. जो 10 दिसंबर तक लागू रहेगी.
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को राज्य के सुन्नी वक्फ बोर्ड चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी को सुरक्षा देने का निर्देश दिया है.
मुस्लिम पक्ष की तरफ से पैरवी कर रहे वकील राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि गुंबद के नीचे जबरन लोग घुस आए थे. वहां मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई गई थी. पूजा बाहर हो रही थी इसलिए लोग गुंबद में घुस गए थे. 1950 में हिंदुओं ने कहा था कि हमें पूजा करने का अधिकार है. हम ये नहीं जता सकते हैं कि 1992 में कुछ नहीं हुआ था.
सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम चरण की दलीलों के लिए कार्यक्रम निर्धारित करते हुए कहा था कि मुस्लिम पक्ष 14 अक्टूबर तक अपनी दलीलें पूरी करेंगे और इसके बाद हिंदू पक्षकारों को 16 अक्टूबर तक दो दिन का समय दिया जाएगा. इसके बाद 17 नवंबर को फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है. खास बात है कि इसी दिन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं.
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