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केंद्र सरकार के डिमोनेटाइजेशन के कदम से शादी वाले परिवारों की शामत आ गई है. हालांकि इनकी दिक्कत को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने शादी वाले परिवार को 2.5 लाख रुपये निकालने की छूट दी है.
लेकिन इससे दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आखिर आज के समय में शादियों का खर्च अनाप-शनाप बढ़ भी तो गया है.
वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता से चर्चा के दौरान योगगुरु रामदेव ने हास्य के अंदाज में कहा कि बीजेपी में कई लोग कुंवारे हैं, वो नहीं समझ पाए कि ये शादियों का सीजन है, यही गलती हो गई.
रामदेव ने आगे कहा कि अगर यह कदम 15 दिन या एक महीने बाद उठाया गया होता, तो शादी वाले परिवारों के साथ-साथ व्यापारियों को इतनी तकलीफ नहीं होती.
दरअसल, इस महीने की आठ तारीख को सरकार ने 500 और 1000 के नोटों पर पाबंदी लगा दी थी. इस कदम के जरिए सरकार कालेधन और जाली नोटों को खत्म करना चाहती है. लेकिन शुरुआती दस दिनों में ही समाज के अलग-अलग तबकों से सरकार को विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं. बहुत से लोगों का व्यापार रुक गया है. स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रभावित हो रही हैं.
हालांकि सरकार स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जरूरी कदम उठा रही है. इस क्रम में किसानों के लिए 25 हजार रुपये कैश निकालने की व्यवस्था की गई है, माइक्रो एटीएम लाए गए हैं. इसके अलावा अब चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर कार्ड स्वाइप कर दो हजार रुपये तक निकालने की भी सुविधा दी गई है.
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