Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019भैय्यू जी महाराज दूसरे आध्यात्मिक गुरुओं से कैसे अलग थे? 

भैय्यू जी महाराज दूसरे आध्यात्मिक गुरुओं से कैसे अलग थे? 

आखिर भैय्यू जी महाराज में क्या अलग था जो उन्हें हमेशा सुर्खियों में बनाए रखता था

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
भैय्यू जी महाराज दूसरे आध्यात्मिक गुरुओं से कैसे अलग थे?
i
भैय्यू जी महाराज दूसरे आध्यात्मिक गुरुओं से कैसे अलग थे?

advertisement

आध्यात्मिक और राजनीतिक गुरु भैय्यू जी महाराज ने बुधवार को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. भैय्यू महाराज का सुसाइड नोट भी पुलिस ने बरामद किया है, उसके मुताबिक,भैय्यू जी पारिवारिक दिक्कतों से काफी तनाव में थे. मध्य प्रदेश के सुजालपुर के एक जमींदार परिवार में जन्मे उदयसिंह शेखावत उर्फ भैय्यू जी महाराज अपने लाइफ स्टाइल के लिए भी सुर्खियों में रहते थे.

करियर की शुरुआत में भैय्यू जी कपड़ों के ब्रांड के लिए मॉडलिंग भी कर चुके हैं. महंगे कपड़े, आलीशान आश्रम, रोलेक्स की घड़ी और सफेद मर्सिडीज ये सारी चीजें उन्हें दूसरे गुरुओं की जमात से अलग करती थी.

बताया जाता है कि जब वो अपने अनुयायियों के साथ किसी दौरे पर जाते थे तो भव्य काफिले के साथ मंहगे रिजॉर्ट में रुकना पसंद करते थे.

उदयसिंह शेखावत उर्फ भैय्यू जी महाराज अपने लाइफ स्टाइल के लिए भी सुर्खियों में रहते थे.

भैय्यू जी के अनुयायी उन्हें 'युवा राष्ट्र संत' कहते थे. उनकी वेबसाइट पर लिखा हुआ है कि वो एक आध्यात्मिक गुरु, समाज सुधारक और मोटिवेटर हैं. जिनकी जिंदगी का मकसद गरीबों और शोषितों के चेहरे पर खुशी लाना है.

किसी खास पार्टी से परे थी भैय्यू जी की लोकप्रियता

एक प्रभावशाली मराठी आध्यात्मिक गुरु होने के कारण कई पार्टियों के बड़े नेता और कारोबारियों से उनके अच्छे संबंध रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से भी उनके अच्छे रिश्ते थे.

काफी रसूख रखते थे भैय्यू जी महाराज (फोटो: http://bhaiyyumaharaj.com)

भैय्यू जी महाराज ने कांग्रेस के शासनकाल में साल 2011 में दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचकर अन्ना हजारे का अनशन खत्म कराने में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी. प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने सद्भावना उपवास रखा था, इस उपवास को खुलवाने के लिए भी भैय्यू जी महाराज गए थे.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

दूसरी शादी के दौरान हुआ था विवाद

साल 2015 में उनकी पहली पत्नी माधवी का निधन हो गया था. इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक जीवन से संन्यास का ऐलान कर दिया. 1 साल बाद ही भैय्यू जी ने ग्वालियर की डॉ आयुषी के साथ शादी की, उस वक्त भैय्यू जी की उम्र 49 साल थी.

भैय्यू जी ने डॉ आयुषी से की थी दूसरी शादी(फोटो: ट्विटर)

पहली शादी से उनकी एक बेटी है जो अभी पढ़ाई कर रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 12 Jun 2018,06:51 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT