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भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चंद्रशेखर को यूपी पुलिस ने हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार किया. सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद यूपी पुलिस कई दिनों से उनकी तलाश कर रही थी.
5 मई को यूपी के शब्बीरपुर गांव में दलितों के घर जलाए जाने के बाद सहारनपुर में दलितों ने प्रदर्शन किया था. इसके बाद चंद्रशेखर पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था और पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था.
चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
देहरादून से लॉ की पढ़ाई करने वाले चंद्रशेखर खुद को रावण कहलाना पसंद करते हैं. चंद्रशेखर के पिता हेडमास्टर थे. लेकिन अक्सर ऑफिस में उनका अपमान होता था. स्टाफ रूम में उनका गिलास दूसरे शिक्षकों के गिलास से अलग रखा जाता था. अपने साथ भेदभाव की सैकड़ों कहानियां उन्होंने अपने बेटे को सुनाई थी.
पिता के देहांत के बाद चंद्रशेखर दिल में कुछ करने की तमन्ना लिए हुए सहारनपुर के नजदीक अपने होमटाउन छुटमलपुर लौट आए. अपना बचपन उन्होंने यहीं गुजारा था. जल्द ही चंद्रशेखर को एहसास हो गया कि काम शुरू करने के लिए यह बिल्कुल मुफीद जगह है.
प्रशासन से भीम आर्मी की पहली भिड़ंत अगस्त 2015 में हुई. उस महीने दलित छात्रों ने शिकायत की थी की राजपूतों की ओर से चलाए जाने वाले इंटर कॉलेज में उनसे भेदभाव हो रहा है. सितंबर 2016 में सहारनपुर के छुटमलपुर में स्थित एएचपी इंटर कॉलेज में दलित छात्रों की कथित पिटाई के विरोध में हुए प्रदर्शन से ये संगठन चर्चा में आया.
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