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विजय रुपाणी (Vijay Rupani) के CM पद से हटने के एक दिन बाद, बीजेपी ने 12 सितंबर को विधायक भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) को गुजरात (Gujarat) का अगला मुख्यमंत्री घोषित किया. राजधानी गांधीनगर में हुई बैठक में पटेल को विधायक दल का नेता चुना गया. वो 13 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
भूपेंद्र पटेल बीजेपी की गुजरात इकाई के प्रभारी हैं. वो 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक बने. इस चुनाव में उन्होंने घाटलोदिया निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराकर जीत हासिल की थी, जो इस चुनाव में बीजेपी के लिए गुजरात के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में सबसे ज्यादा थी.
विधायक बनने से पहले भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में एक नगर पार्षद के रूप में काम किया था. पटेल अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (AUDA) के अध्यक्ष रह चुके हैं और अहमदाबाद नगर निगम (AMC) की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है.
गुजरात के नए CM, पटेल (पाटीदार) समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, BJP ने पटेल समुदाय पर अपनी पकड़ बनाने के लिए भूपेंद्र पटेल को नया मुख्यमंत्री बनाया है. पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का करीबी भी कहा जाता है.
गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के लिए भूपेंद्र पटेल के नाम की घोषणा होते ही उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, पूर्व मंत्री गोरधन जदाफिया और दादरा और नगर हवेली, और लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को मुख्यमंत्री बनाये जाने के कयासों पर पूर्णविराम लग गया.
इसके अलावा गुजरात बीजेपी प्रमुख सीआर पाटिल, और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के भी सीएम पद की रेस में शामिल होने की चर्चा थी. पहली बार विधायक बने भूपेंद्र पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री की दौड़ में कहीं नहीं थे.
ऐसा ही कुछ उत्तराखंड में भी हाल ही में देखने को मिला था, जब सभी कयासों को नकारते हुए पुष्कर सिंह धामी को राज्य का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था.
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