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तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच मतभेदों को खारिज करते हुए कावेरी निगरानी समिति ने सोमवार को कर्नाटक को आदेश दिया कि वह तमिलनाडु को 21 सितंबर से 30 सितंबर के बीच रोजाना 3000 क्यूसेक पानी छोड़े.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम आदेश था कि कर्नाटक, तमिलनाडु के लिए 15 सितंबर तक रोज 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ेगा. समिति के अध्यक्ष शशि शेखर ने कहा कि दोनों राज्यों की मौजूदा स्थिति और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
हालांकि, कर्नाटक ने इसका विरोध किया है. मंगलवार को यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा. दोनों राज्य इस आदेश को चुनौती देने के लिए स्वतंत्र हैं या वे अदालत के समक्ष आदेश पर सहमति जता सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के साथ सोमवार को एक बैठक की. बैठक में जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के शिविर पर आतंकवादी हमले के बाद की स्थिति और इस संबंध में आगे की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श किया गया.
इस बात पर सहमति बनी कि पाकिस्तान की हरकतों को देखते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसे अलग-थलग करने के लिए मुहिम चलाई जाए.
उरी में हुए आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में सरकार जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहती है. वइ इसे लेकर कई विकल्पों पर विचार कर रही है. सरकार के उच्च अधिकारियों के बीच सोमवार को लगभग पूरे दिन चली बातचीत से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार बगैर सोचे समझे कोई कदम नहीं उठाएगी.
स्विट्जरलैंड में रह रहे निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदाग बुगती भारत में शरण ले सकते हैं. यह फैसला जेनेवा में बुलाई गई बलूच रिपब्लिकन पार्टी की मीटिंग में लिया गया. बुगती प्रसिद्ध बलूच नेता अकबार खान बुगती के पोते हैं.
2006 में मुशर्रफ के आदेश के बाद अकबर खान बुगती की हत्या कर दी गई थी. ब्रह्मदाग बुगती 2006 में पहले अफगानिस्तान गए फिर वहां से स्विटजरलैंड. बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने मीटिंग में चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायलय में केस दर्ज कराने का फैसला भी लिया. इससे पहले तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा को भी भारत ने 1950 के दशक में शरण दी थी.
जम्मू कश्मीर के उरी में आतंकी हमले को दूसरा दिन बीता भी नहीं था कि सोमवार को आतंकियों ने हंदवाड़ा में पुलिस पोस्ट को निशाना बनाया. हंदवाड़ा श्रीनगर से 80 किलोमीटर दूर कुपवाड़ा जिले में है. यह चौकी नियंत्रण रेखा के करीब है. हालांकि इस हमले में किसी नुकसान की अभी तक कोई सूचना नहीं है.
अमिताभ बच्चन ने जस्टिस (रिटायर्ड) मार्कंडेय काटजू के उन्हें ‘खाली दिमाग’ कहने का हल्के फुल्के अंदाज में जवाब दिया. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने 17 सितंबर को अपने सोशल मीडिया पेज पर अमिताभ को निशाने पर लेते हुए लिखा था, ‘अमिताभ बच्चन का दिमाग खाली है’. अभिनेता ने काटजू की टिप्पणी को लेकर पूछे जाने पर कहा, ‘वह (काटजू) सही हैं, मेरा दिमाग खाली है. वह सही हैं, मेरा दिमाग खल्लास (खत्म) है.’
अमिताभ ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘हम एक ही स्कूल में पढ़े हैं, वह मेरे सीनियर थे, हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है.
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