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बिहार: भोजपुरी गायिका निशा उपाध्याय को कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर लगी गोली

Nisha Upaddhyay: घटना से पहले निशा को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में ढोल बजाते हुए देखा गया था.

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भारत
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<div class="paragraphs"><p>बिहार: भोजपुरी गायिका निशा उपाध्याय को लगी गोली, हॉस्पिटल में भर्ती</p></div>
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बिहार: भोजपुरी गायिका निशा उपाध्याय को लगी गोली, हॉस्पिटल में भर्ती

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बिहार (Bihar) की भोजपुरी लोक गायिका निशा उपाध्याय को छपरा के कार्यक्रम के दौरान गोली लग गई. जश्न के दौरान वो प्रस्तुति दे रही थीं, इसी वक्त हुई फायरिंग में उन्हें किसी ने गोली मार दी, जिससे दहशत फैल गई. गोली निशा उपाध्याय की बायीं जांघ में उस वक्त लगी. घटना के बाद उनको तुरंत पटना के मैक्स अस्पताल ले जाया गया. अभी उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

घटना से पहले निशा को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में ढोल बजाते हुए देखा गया था, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

रिपोर्ट के मुताबिक घटना के बारे में बात करते हुए, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमें घटना के बारे में जानकारी मिली लेकिन अभी तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है. हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि गोलियां कैसे चलीं और गोलीबारी में कौन शामिल थे.

कौन हैं निशा उपाध्याय?

भोजपुरी गायिका, निशा उपाध्याय, सारण जिले के गौर बसंत गांव की मूल निवासी हैं. वो गायिका के साथ-साथ एक्ट्रेस और स्टेज परफॉर्मर हैं. निशा पटना में रहती हैं और अक्सर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देती हैं. सोशल मीडिया पर निशा की तगड़ी फैन फॉलोइंग है. उनके कई भोजपुरी गाने जैसे 'अरे ले ले आये कोका कोला','नवकार मंत्र', 'धोलिडा ढोल रे वागड', और 'हसी हसी जान मारेला' काफी मशहूर हैं.

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इस तरह खतरों पर अंकुश लगाने के लिए बिहार सरकार पहले ही जश्न में फायरिंग में शामिल लोगों के लाइसेंस रद्द करने का प्रस्ताव दे चुकी है. इससे पहले भी बिहार में कार्यक्रमों के दौरान फायरिंग की घटनाएं होती रही हैं.

इस तरह के खतरों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2019 के दौरान शस्त्र अधिनियम में संशोधन किया और सार्वजनिक समारोहों, धार्मिक स्थलों, विवाह या अन्य समारोहों में लाइसेंसी बंदूकों से भी फायरिंग को एक अपराध बना दिया. इसके अंतर्गत नियम तोड़ने वाले लोगों को दो साल की कैद और जुर्माना का प्रावधान है.

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