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साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर महागठबंधन को लेकर चल रही तैयारियों के बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने कहा है कि वह आने वाले इलेक्शन में पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि साल 2019 में जो काबिल होगा, वही पीएम बनेगा.
इसके अलावा उन्होंने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कहा कि अगर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता. नीतीश कुमार सोमवार को राजधानी पटना में 'लोक संवाद कार्यक्रम' के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी में देश के लोगों को क्षमता दिखी, इसलिए आज वह देश के प्रधानमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि जिसकी क्षमता को लोग पहचानेंगे, वही देश का प्रधानमंत्री होगा. नीतीश ने साफ किया कि वह आगामी आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं.
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एक ओर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी की तारीफ की वहीं बिहार में सत्तारूढ़ आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि लोकसभा भंग कर फिर से आम चुनाव कराएं. लालू ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पिछले तीन साल में सभी मोर्चो पर विफल साबित हुई है.
लालू ने यह मांग भी की कि मोदी जनता को अपने उस वादे का जवाब दें, जिसमें उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था.
लालू ने कहा, "हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरियां देने के उनके वादे का क्या हुआ? भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार बताए कि मई, 2014 से अब तक कितने लोगों को नौकरियां दी गईं?"
लालू ने कहा कि मोदी सरकार को इस बारे में भी आधिकारिक आंकड़ा पेश करना चाहिए कि तीन साल में विदेशी बैंकों में जमा कितना काला धन देश में वापस लाया गया.
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