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बिहार चुनाव (Bihar Election) को लेकर अब सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन इसके साथ ही सीट शेयरिंग को लेकर भी जमकर कश्मकश जारी है. बिहार चुनाव में विपक्षी दलों के 'महागठबंधन' सीट शेयरिंग फॉर्मूला करीब-करीब तय हो गया. इस महागठबंधन का नेतृत्व जाहिर तौर पर आरजेडी कर रही है. बिहार के विपक्षी पार्टियों आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट की पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा होना था. अब तय हो गया है बिहार में सीपीएम-04, सीपीआई-06, माले-19, कांग्रेस- 70, आरजेडी- 144 (वीआईपी- जेएमएम) सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस और बाकी लेफ्ट दलों को जो सीटें दी गई हैं वो तो फाइनल है. लेकिन अभी आरजेडी की वीआईपी और जेएमएम से भी बात चल रही है. अगर सहमति बनती है तो इन पार्टियों को भी कुछ सीटें निकालकर दी जा सकती हैं.
कांग्रेस को लोकसभा उपचुनाव की भी एक सीट दी गई है. आरजेडी उस सीट पर कांग्रेस को समर्थन देगी.
बता दें कि पिछले चुनाव में कांग्रेस बिहार में कुल 41 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. लेकिन उस चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी महागठबंधन का हिस्सा थी. वहीं इस बार नीतीश बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. जेडीयू ने 2015 में 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसीलिए इन सीटों पर अब कांग्रेस और अन्य दलों के उम्मीदवारों को मौका दिया जाएगा. वहीं आरजेडी ने भी 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार तेजस्वी यादव अपने लिए करीब 30 से ज्यादा सीटों का इजाफा कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि आरजेडी 130-136 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
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