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बिहार (Bihar) में विभिन्न पर्व-त्योहारों पर सरकारी स्कूलों में होने वाली छुट्टियों में कटौती कर दी गई है. इस साल के बचे हुए दिनों के लिए स्कूलों की छुट्टियां 23 से घटाकर 11 कर दी गई हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है, जिसके मुताबिक, इस साल सितंबर से दिसंबर महीने के बीच त्योहारों पर 11 दिन ही स्कूल बंद रहेंगे.
11 छुट्टियों की इस सूची में रक्षाबंधन पर दी जाने छुट्टी शामिल नहीं है. इस हिसाब से कल यानी गुरुवार को होने वाली रक्षाबंधन की छुट्ट रद्द हो गई है.
शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि त्योहारों में विद्यालयों के बंद होने की प्रक्रिया में एकरूपता नहीं है. किसी त्योहार में किसी जिले में विद्यालय चल रहे होते हैं और उसी त्योहार में अन्य जिलों में विद्यालय बंद रहते हैं. ऐसी भ्रम की स्थिति को दूर करते हुए विभाग ने ये फैसला लिया है.
शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद सियासत भी शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेता बिहार सरकार पर पूरी तरह से हमलावर हो गए हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी शिक्षा विभाग के इस फैसले पर शिक्षा विभाग सहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है, विजय सिन्हा ने कहा है कि "बिहार सरकार बिहार में तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है बिहार को बंगाल के तर्ज पर आगे बढ़ाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू कर चुके हैं" विजय सिन्हा ने बिहार सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि
विपक्ष द्वारा किए जा रहे हैं हमले पर RJD पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि,
वहीं JDU प्रवक्ता अभिषेक झा ने गिरिराज सिंह द्वारा उठाए गए सवाल पर पलटवार किया, साथ ही शिक्षा विभाग के फैसले पर सफाई दी है. अभिषेक झा ने कहा "तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को क्या फर्क पड़ता है, उनके लिए तो राजनीति ही सर्वोपरी है. बच्चों की पढ़ाई जरूरी नहीं है. लेकिन कैसे हिंदू-मुसलमान, पाकिस्तान-हिंदुस्तान किया जाए ये उनकी प्राथमिक्ता है."
(इनपुट: महीप राज)
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