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कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन है. इस लॉकडाउन के चलते उन लोगों को सबसे ज्यादा तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है, जो रोज कमाकर अपना घर चलाते थे. लेकिन अब बिहार सरकार ने ऐसे ही करीब 1 लाख 3 हजार लोगों के खाते में पैसे डालकर उन्हें राहत देने की कोशिश की है. सभी लोगों के खाते में 1-1 हजार रुपये डाले गए हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से डीबीटी के माध्यम से इस भुगतान योजना की माउस पर क्विक करके औपचारिक शुरुआत की.
सीएम कार्यालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में रहने वाले बिहार के 55264, हरियाणा के 41050, महाराष्ट्र के 30576, गुजरात के 25638 और उत्तर प्रदेश के 23832 लोगों की तरफ से आवेद आए हैं. जिनमें से वेरिफिकेशन के बाद 1.30 लाख लोगों के खाते में 1,000 रुपये भेजे गए हैं.
बिहार सरकार ने दावा किया है कि लॉकडाउन में फंसे राज्य के मजदूरों और लोगों के लिए सहायता राशि पहुंचाने वाला बिहार देश का पहला राज्य बना है.
इस योजना के लिए सरकार ने आवेदन मांगे थे. जिसके बाद लाखों आवेदन सरकार के पास आए. बता दें कि इससे पहले सीएम नीतीश ने कहा था कि बिहार के जो लोग बाहरी राज्यों में फंसे हुए हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. जिसके बाद बिहार भवन के हेल्पाइन नंबर और बिहार कंट्रोल रूम पर बाहर फंसे लोगों की सूचनाएं दी गई थीं.
बिहार में पिछले 48 घंटों से कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई नया केस नहीं आया है. साथ ही प्रदेश में 6 लोग ठीक भी हो चुके हैं. इसके साथ ही एक्टिव केस घटकर सिर्फ 22 रह गए हैं.
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