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झारखंड के बाद अब बिहार (Bihar) के सरकारी स्कूलों में शुक्रवार की छुट्टी को लेकर हंगामा शुरू हो गया है. रविवार की जगह शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए स्कूलों की बंदी पर राजनीतिक घमासान छिड़ता जा रहा है. दरअसल, बिहार में कई स्कूलों खासकर उर्दू मीडियम स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी का चलन रहा है. लेकिन अचानक मीडिया में इस बात को लेकर चर्चा शुरू है कि किसके आदेश पर और क्यों शुक्रवार को छुट्टी हो रही है?
राजनीतिक बयानबाजी के बीच बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इसकी सूचना मिली है. जहां-जहां से ऐसे मामले आए हैं वहां के जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रतिवेदन मांगा गया है. विजय कुमार चौधरी ने कहा,
बता दें कि सीमांचल के कई जिलों मे मुस्लिम आबादी बहुसंख्यक है. मीडिया में भी सबसे पहले सीमांचल के स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश मिलने की खबर चलाई गई थी. ऐसे में क्विंट ने किशनगंज के जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष गुप्ता ने बताया कि किशनगंज में 37 सरकारी स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी मिलती है.
सुभाष गुप्ता ने बताया,
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अररिया का जोकिहाट ब्लॉक में 244 स्कूलों में से करीब 229 स्कूलों में शुक्रवार के दिन छुट्टी होती है. जोकिहाट के बीईओ ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि शुक्रवार को छुट्टी का सिलसिला काफी पहले से है.
बता दें कि किशनगंज में 37, कटिहार में 138, अररिया, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, छपरा, गोपालगंज, दरभंगा समेत कई जिलों में शुक्रवार को छुट्टी होती रही है.
क्विंट से बात करते हुए दरभंगा के जिला शिक्षा अधिकारी समर बहादुर सिंह ने कहा कि दरभंगा में सामान्य स्कूलों में शुक्रवार को नहीं बल्कि रविवार को छुट्टी होती है. और रही बात उर्दू मीडियम स्कूलों की तो यहां रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी हमेशा से होती रही है.
जैसे ही मीडिया में छुट्टी को लेकर खबर आई नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई. बीजेपी और कांग्रेस अलग विचारधारा को मानने के बाद भी करीब-करीब एक साथ दिख रहे हैं, वहीं आरजेडी और जेडीयू के विचार इस मामले में एक जैसे हैं.
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी शरिया कानून जैसा है. उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में इसे मुद्दा बनाया जा रहा है. रविवार की छुट्टी सालों से चली आ रही है. आजादी के समय ही रविवार को छुट्टी घोषित किया गया है. अब शुक्रवार को छुट्टी करने पर बवाल किया जा रहा है, जो संभव नहीं है.
वहीं कांग्रेस ने धर्म के आधार पर स्कूलों को शुक्रवार को बंद किए जाने का विरोध किया है. कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर धर्म के नाम पर सरकारी छुट्टियां और स्कूलों में सरकारी अवकाश किए जाएंगे तो सभी धर्म के लोगों के हिसाब से सप्ताह में चार दिन स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद करना पड़ेगा.
वहीं इस मामले पर आरजेडी नेता ने बीजेपी को निशाने पर लिया है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा,
शिवानंद तिवारी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए लिखा है कि बीजेपी बिहार में अपने दम पर सरकार बनाने के लिए बेचैन है. मुस्लिम बहुल इलाके के स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी जैसे अनावश्यक सवाल को मुद्दा बनाकर शोर मचाने की कोशिश उसी बेचैनी का इजहार है.
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