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8 जनवरी को बिलकिस बानो (Bilkis Bano) रेप केस के 11 दोषियों को जेल से रिहा करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया है. गुजरात में 2002 दंगों के दौरान बिलकिस बानो के साथ गैंग रेप किया गया था. बता दें, कि दोषियों को गुजरात सरकार ने 2022 में रिहा कर दिया था. अब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोषियों को जेल जाना होगा. कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा-अंततः न्याय की जीत हुई है. वहीं, उन्होंने इसको लेकर बीजेपी को घेरा है. चलिए जानते हैं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर प्रियंका गांधी, ओवैसी सहित अन्य नेताओं ने क्या कहा?
बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा-
वहीं बिलकीस बानो की वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा...
सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो मामले में 11 दोषियों को दो सप्ताह के भीतर जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है.
वहीं, शिव सेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा- "बिलकिस बानो के लिए सम्मान, एक मजबूत महिला जिसने न्याय के लिए अपनी लड़ाई कभी नहीं छोड़ी."
वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए लिखा- "अंततः न्याय की जीत हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगों के दौरान गैंगरेप की शिकार के आरोपियों की रिहाई रद्द कर दी है. इस आदेश से भारतीय जनता पार्टी की महिला विरोधी नीतियों पर पड़ा हुआ पर्दा हट गया है. इस आदेश के बाद जनता का न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और मजबूत होगा. बहादुरी के साथ अपनी लड़ाई को जारी रखने के लिए बिल्किस बानो को बधाई."
इस मामले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए बोले- नरेंद्र मोदी नारी शक्ति की तो बात करते है पर जमीनी स्तर पर बिकिस बानो के रेपिस्टों के साथ खड़े नजर आते हैं.
उन्होने फैसले पर कहा, "मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं और यह फैसला भविष्य में सभी बलात्कारियों के खिलाफ एक मिसाल के रूप में काम करेगा."
बिलकिस बानो मामले में एक गवाह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें "आज न्याय" मिला है. शीर्ष अदालत के फैसले के बाद उनके कुछ रिश्तेदारों ने दाहोद जिले के देवगढ़ बारिया शहर में पटाखे जलाकर खुशियां मनाई.
देवगढ़ बारिया शहर में रहने वाले मामले के गवाहों में से एक अब्दुल रजाक मंसूरी ने कहा, "मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार के फैसले को रद्द कर दिया है और दोषियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा है. मुझे लगता है कि आज हमें न्याय मिला है."
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