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यौन शोषण के मामले में शुक्रवार को बीजेपी के चर्चित नेता चिन्मयानंद को गिरफ्तार लिया गया है. बताया जा रहा है कि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने स्वामी चिन्मयानंद को शाहजहांपुर से उनके घर ‘दिव्य धाम’ से गिरफ्तार किया है. चिन्मयानंद के खिलाफ एक लॉ की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल जांच के लिए पुलिस जिला अस्पताल ले गई.
चिन्मयानंद को 14 की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
चिन्मयानंद पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) कर रही है. बता दें कि पीड़िता छात्र चिन्मयानंद के खिलाफ रेप का केस दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही थी, साथ ही पीड़िता ने SIT को इस मामले में कई सारे सबूत देने की भी बात कही थी.
बता दें कि पूर्व सांसद और केंद्र की वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके चिन्मयानंद पर शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने "उत्पीड़न और कई लड़कियों के जीवन को तबाह करने" का आरोप लगाया गया है. छात्रा ने ये दावा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक वीडियो क्लिप में किया था.
एसएस लॉ कॉलेज से एलएलएम की पढ़ाई कर रही छात्रा ने 24 अगस्त को फेसबुक पर एक वीडियो वायरल कर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद वह लापता हो गई थी. लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने 30 अगस्त को राजस्थान के अलवर से पीड़िता को खोज निकाला था. मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच का आदेश दिया है. सोमवार को पीड़िता का 164 के तहत बयान भी दर्ज हो चुका है.
इससे पहले रेप के आरोप में एसआईटी ने चिन्मयानंद से सात घंटे पूछताछ की थी. साथ ही चिन्मयानंद के घर का बेडरूम सील कर दिया गया था.
चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली छात्रा ने साक्ष्य के तौर पर 14 सितंबर को देर शाम एसआईटी को एक पेनड्राइव सौंपा जिसमें 40 से ज्यादा वीडियो हैं. पीड़िता ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री पर आरोप लगाया है कि वह सिर्फ उसका ही नहीं बल्कि एक अन्य छात्रा का भी यौन शोषण करते थे. पीड़िता ने एसआईटी को एक 64 जीबी की पेनड्राइव दी है जिसमें 40 से ज्यादा वीडियो हैं.
चिन्मयानंद केंद्र की अटल बिहारी सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं. वह पहली बार साल 1991 में बीजेपी की टिकट पर यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे. इसके बाद वे साल 1998 में मछलीशहर और साल 1999 में जौनपुर लोकसभा सीट से चुने गए थे.
बीजेपी के पूर्व सांसद चिन्मयानंद राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेताओं में शुमार रहे हैं. शाहजहांपुर में उनका आश्रम है और वो कई शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधन से भी जुड़े हैं.
ये पहला मौका नहीं है, जब चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. साल 2011 में भी यूपी के शाहजहांपुर जिले में चिन्मयानंद की शिष्या ने ही उन पर बलात्कार और हत्या की कोशिश का आरोप लगाया था.
बता दें, बीजेपी की सरकार बनने के बाद चिन्मयानंद के खिलाफ दर्ज मामले को राज्य सरकार ने केस वापसी के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया था. लेकिन पीड़ित पक्ष ने सरकार के इस फैसले को अदालत में चुनौती दी थी. फिलहाल, ये मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है.
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