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देश में ‘टैक्स टेररिज्म’ और इकनॉमिक स्लोडाउन पर अब बीजेपी में ही सवाल उठने लगे हैं. आरएसएस के सीनियर स्वयंसेवक और बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शेषाद्रि चारी ने कहा है कि देश में ‘टैक्स टेररिज्म’ है और कारोबारी माहौल मंदा हो गया है. ऐसे में ‘टैक्स टेरिरज्म’’ और बढ़ा तो तो इकनॉमी बरबाद हो जाएगी.
शेषाद्रि चारी ने ये बातें एक ट्वीटर यूजर के एक ट्वीट के जवाब में कही हैं,जिसमें हाल में खुदकुशी कर चुके कॉफी कैफे डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया गया था.चारी ने सिद्धार्थ का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने एडवांस टैक्स की पहली किस्त के तौर पर 46 करोड़ रुपये अदा किए थे. सिर्फ अनुमान के आधार पर टैक्स डिपार्टमेंट ने उनके 40 फीसदी शेयर अटैच कर लिए थे. यह एक वेबकूफी भरा कदम था. अब यह स्वीकार लेना चाहिए कि देश में ‘टैक्स टेररिज्म’ है. कारोबार का माहौल खराब हो गया है. यही हाल रहा तो देश की इकनॉमी बरबाद हो जाएगी.
दो दिन पहले देश के जाने-माने उद्योगपति टी वी मोहनदास पई ने द क्विंट से कहा था कि ‘टैक्स टेररिज्म’ से देश का कॉरपोरेट वर्ल्ड डरा हुआ है. कॉफी कैफे डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ की खुदकुशी के मामले पर पई ने कहा था कि उद्योगपतियों में टैक्स डिपार्टमेंट का डर है. कॉरपोरेट इंडिया डरा हुआ है. उन्होंने कहा भारत को 2050 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की इकनॉमी बनना है. लोगों को निवेश करना है. काफी काम करना है. बिजनेस को आगे बढ़ना है. लेकिन देश में पांच साल में टैक्स विवाद के मुद्दे डबल हो गए हैं. 2014 में बीजेपी के मेनिफेस्टो में कहा गया था टैक्स टेररिज्म खत्म करेंगे. लेकिन यह बढ़ता जा रहा है.
सरकार के टैक्स टेरिरज्म पर सीनियर बीजेपी लीडर चारी का यह बयान को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है. पार्टी में वह पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने टैक्स टेरर पर बयान नहीं दिया है और इसकी वजह से इकनॉमी के बर्बाद होने की आशंका जताई है.
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