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कोलकाता में बीजेपी (BJP Protest Violence) के ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़पें हुई हैं. कई जगह आगजनी और पत्थरबाजी की खबरें हैं. जिसके बाद पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari), सांसद लोकेट चटर्जी और राहुल सिन्हा को हिरासत में लिया गया. हालांकि राहुल सिन्हा को बाद में शाम को रिहा कर दिया गया. वो 13 सितंबर मंगलवार को सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे थे. जो सचिवालय तक जाना था, उन्हें संतरागाछी जाने की कोशिश के दौरान हिरासत में लिया गया. बीजेपी के कथित कार्यकर्ताओं ने हावड़ा के संतरागांची में पथराव किया है. इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी हिरासत में लिया गया.
लॉकेट चटर्जी और राहुल सिन्हा को एक पुलिस वैन में ले जाया गया है. मार्च के दौरान सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि,
दरअसल बीजेपी टीएमसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सचिवालय तक मार्च कर रही थी. जिसको देखते हुए पुलिस ने हावड़ा ब्रिज पर ट्रैफिक रोक दिया था.
मार्च के दौरान, बीजेपी कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए और पत्थरबाजी करने लगे. इसके अलावा उन्होंने पुलिस पर कांच की बोतलें भी फेंकी. पुलिस ने हावड़ा के संतरागाछी में बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने और तितर-बितर करने के लिए वाचर कैनन का इस्तेमाल किया और आंसू गैस के गोले भी दागे. इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रवींद्र सारानी में एकर पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया और पुलिस चौकी में तोड़फोड़ भी की.
रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर भी झड़पों की खबर है, जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मजूमदार प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे. इसके अलावा मार्च में हिस्सा लेने जा रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं की कुछ बसों को पुलिस ने नॉर्थ-24 परगना में ही रोक दिया था.
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